प्रतीकात्मक तस्वीर
मुंबई:
संसद में सोमवार को पेश आम बजट बाजार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। बजट में कई कर प्रस्तावों से बाजार में भारी गिरावट रही लेकिन आखिरी घंटे में घरेलू संस्थानों की खरीदारी से बाजार कुछ संभल गया बावजूद इसके सेंसेक्स में 152 अंक की गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 660 अंक तक गिर गया था वहीं सुधार के बाद यह गिरावट 152 अंक रह गई। कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई लेकिन समाप्ति पर सूचकांक 152.30 अंक यानी 0.66 प्रतिशत गिरकर 23,002 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल बजट के दिन सूचकांक बढ़ा था।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016-17 के बजट में कर प्रस्तावों की पूरी श्रृंखला घोषित की है इससे बाजार में गिरावट का रुख बन गया।
रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती की सुगुबुगाहट से बाजार में धारणा में कुछ सुधार आया लेकिन इससे पहले अधिक लाभांश पाने वालों पर लाभांश वितरण कर बढ़ाने और कुछ श्रेणियों के लिये प्रतिभूति लेनदेन कर बढ़ाये जाने के बजट प्रस्तावों से बाजार में भारी गिरावट का रुख रहा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्तीय अनुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ने का फैसला किया और वर्ष 2016-17 के लिये पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार राजकोषीय घाटा 3.5 प्रतिशत पर रहने का बजट अनुमान लगाया।
जेटली ने 10 लाख रुपये से अधिक लाभांश पाने वालों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त लाभांश कर लगाने का प्रस्ताव किया है साथ ही प्रतिभूति लेनदेन कर को 0.017 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.05 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
एनएसई का 50 कंपनी शेयरों पर आधारित निफ्टी सूचकांक 7,000 के स्तर से नीचे चला गया। निफ्टी 42.70 अंक यानी 0.61 प्रतिशत गिरकर 6,987.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,095.60 और 6,825.50 अंक के बीच घटबढ़ में रहा।
2 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 12 अंक चढ़कर 23,166 के स्तर पर देखा गया जबकि निफ्टी 9 अंक चढ़कर 7,039 के स्तर पर देखा गया। आईटीसी के स्टॉक्स में काफी गिरावट के आने के बाद इसने अब 2 फीसदी की छलांग लगाई है।
1 बजकर 14 मिनट पर सेंसेक्स 61 अंक चढ़कर 23,215 के स्तर पर देखा गया और निफ्टी 25 अंक चढ़कर 7,055 के स्तर पर देखा गया। बैंकिंग स्टॉक्स, मेटल, रियल्टी व ऑयल ऐंड गैस के अलावा हेल्थकेयर स्टॉक्स में लिवाली देखी जा रही है।
भारी गिरावट के बाद पहली बार 12 बजकर 58 मिनट पर बाजार में स्टॉक्स में खऱीददारी देखी गई। बैंकिंग सेक्टर के अलावा मेटल, ऑयल ऐंड़ गैस और हेल्थकेयर स्टॉक्स में खऱीददारी देखी गई।
12 बजकर 31 मिनट पर सेंसेक्स 652 अंक डूबकर 22,502.50 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी 201 अंक लुढ़ककर 6,828 के स्तर पर आ गया।
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन बजट को समर्पित दिन में जहां सुबह से शेयर बाजारों में रेड जोन में कारोबार हो रहा था, वहीं अरुण जेटली की बजट स्पीच शुरू होने के चंद मिनट बाद सेंसेक्स और निफ्टी ग्रीन जोन में आ गए। 12 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स में 292 अंकों यानी 1.26 की गिरावट आ गई और यह 23,058 के स्तर पर देखा गया। वहीं, निफ्टी 33 अंक गिरकर 6,997 के स्तर पर आ गया।
सभी सेक्टरों में बिकवाली का जोर देखा जा रहा है। आईटी स्टॉक्स में सबसे अधिक बिकवाली देखी जा रही है। 1.6 फीसदी गिरावट के साथ बीएसई का आईटी इंडेक्स सबसे अधिक गिरावट वाले सेक्टर्स में आ गया। FMCG और कैपिटल गुड्स में भी तेज गिरावट देखी जा रही है।
सुबह 11 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स में 96 अंकों की गिरावट आ गई और यह 23,058 के स्तर पर देखा गया। वहीं, निफ्टी 33 अंक गिरकर 6,997 के स्तर पर आ गया।
11 बजकर 15 मिनट के करीब सेंसेक्स 46 अंक तेजी चढ़कर 23,200 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 9 अंक बढ़कर 7,038 पर आ गया। बजट में कृषि क्षेत्र में विकास के मद्देजनर किए गए फैसलों के बीच फर्टिलाइजर कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी देखी गई।
बजट पेश होने से पहले तक लाल निशान पर खुले शेयर बाजारों में उठापटक देखी जा रही थी। विदेशी कोषों की ओर से पूंजी निकासी बरकरार रहने और खुदरा निवेशकों द्वारा सतर्कता बरतने के बीच बाजार में नरमी का रुझान देखा गया। साथ ही रुपए में कमजोरी देखी गई।
करीब 10 बजकर 58 मिनट पर रुपए में 3 पैसे की ओर गिरावट देखी गई और यह 68.65 प्रति डॉलर के स्तर पर देखा गया। वहीं, 10:57 मिनट पर सेंसेक्स 25 अंक और निफ्टी 10 अंक और नीचे गिर गया।
सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर सेंसेक्स 0.27 फीसदी यानी 62 अंकों की गिरावट के साथ 23,092 के स्तर पर देखा गया जबकि निफ्टी 0.32 फीसदी यानी 22 अंकों की गिरावट के साथ 7,008 के स्तर पर देखा गया।
सेंसेक्स 50 अंकों की गिरावट के साथ खुला जबकि निफ्टी 7000 के इर्द गिर्द खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर 37 अंकों की गिरावट के साथ 23,118 के स्तर पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी 14 अंकों की गिरावट के साथ 7015 पर खुला है।
रुपए ने की कमजोर शुरुआत...
रुपया अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार (फॉरेक्स) में आज के शुरुआती कारोबार में 12 पैसे टूटकर 68.74 पर पहुंच गया। आयातकों और बैंकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने से भारतीय मुद्रा पर दबाव रहा।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में कुछ वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में शुरआती नरमी के बीच रुपया टूटा। रुपया शुक्रवार के कारोबार में 10 पैसे टूटकर 68.62 पर बंद हुआ।
माना जा रहा था कि बजट के बाद बाजार में देखी जा सकती है रैली
जानकारों की राय में, सरकार के कुछ कदम सेंसेक्स और निफ्टी में आज रैली का कारण बन सकते हैं। यदि सरकार ने वित्तीय घाटे, सब्सिडी और टैक्स पर बाजार को निराश नहीं किया तो शेयर बाजार ऊंची छलांग लगा सकते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए अधिक रकम का बंटवारा, कॉरपोरेट टैक्स पर उम्मीदों पर खरा उतरना, और आर्थिक सुधारों को लेकर रिफॉर्म्स का स्पष्ट रोड मैप तैयार हुआ तो निश्चित तौर पर बाजार आज ऊंची छलांग लगा सकते हैं, ऐसा कारोबारियों का मानना है।
(इनपुट एजेंसी से भी...)
कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 660 अंक तक गिर गया था वहीं सुधार के बाद यह गिरावट 152 अंक रह गई। कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई लेकिन समाप्ति पर सूचकांक 152.30 अंक यानी 0.66 प्रतिशत गिरकर 23,002 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल बजट के दिन सूचकांक बढ़ा था।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016-17 के बजट में कर प्रस्तावों की पूरी श्रृंखला घोषित की है इससे बाजार में गिरावट का रुख बन गया।
रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती की सुगुबुगाहट से बाजार में धारणा में कुछ सुधार आया लेकिन इससे पहले अधिक लाभांश पाने वालों पर लाभांश वितरण कर बढ़ाने और कुछ श्रेणियों के लिये प्रतिभूति लेनदेन कर बढ़ाये जाने के बजट प्रस्तावों से बाजार में भारी गिरावट का रुख रहा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्तीय अनुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ने का फैसला किया और वर्ष 2016-17 के लिये पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार राजकोषीय घाटा 3.5 प्रतिशत पर रहने का बजट अनुमान लगाया।
जेटली ने 10 लाख रुपये से अधिक लाभांश पाने वालों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त लाभांश कर लगाने का प्रस्ताव किया है साथ ही प्रतिभूति लेनदेन कर को 0.017 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.05 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
एनएसई का 50 कंपनी शेयरों पर आधारित निफ्टी सूचकांक 7,000 के स्तर से नीचे चला गया। निफ्टी 42.70 अंक यानी 0.61 प्रतिशत गिरकर 6,987.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,095.60 और 6,825.50 अंक के बीच घटबढ़ में रहा।
2 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 12 अंक चढ़कर 23,166 के स्तर पर देखा गया जबकि निफ्टी 9 अंक चढ़कर 7,039 के स्तर पर देखा गया। आईटीसी के स्टॉक्स में काफी गिरावट के आने के बाद इसने अब 2 फीसदी की छलांग लगाई है।
1 बजकर 14 मिनट पर सेंसेक्स 61 अंक चढ़कर 23,215 के स्तर पर देखा गया और निफ्टी 25 अंक चढ़कर 7,055 के स्तर पर देखा गया। बैंकिंग स्टॉक्स, मेटल, रियल्टी व ऑयल ऐंड गैस के अलावा हेल्थकेयर स्टॉक्स में लिवाली देखी जा रही है।
भारी गिरावट के बाद पहली बार 12 बजकर 58 मिनट पर बाजार में स्टॉक्स में खऱीददारी देखी गई। बैंकिंग सेक्टर के अलावा मेटल, ऑयल ऐंड़ गैस और हेल्थकेयर स्टॉक्स में खऱीददारी देखी गई।
12 बजकर 31 मिनट पर सेंसेक्स 652 अंक डूबकर 22,502.50 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी 201 अंक लुढ़ककर 6,828 के स्तर पर आ गया।
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन बजट को समर्पित दिन में जहां सुबह से शेयर बाजारों में रेड जोन में कारोबार हो रहा था, वहीं अरुण जेटली की बजट स्पीच शुरू होने के चंद मिनट बाद सेंसेक्स और निफ्टी ग्रीन जोन में आ गए। 12 बजकर 20 मिनट पर सेंसेक्स में 292 अंकों यानी 1.26 की गिरावट आ गई और यह 23,058 के स्तर पर देखा गया। वहीं, निफ्टी 33 अंक गिरकर 6,997 के स्तर पर आ गया।
सभी सेक्टरों में बिकवाली का जोर देखा जा रहा है। आईटी स्टॉक्स में सबसे अधिक बिकवाली देखी जा रही है। 1.6 फीसदी गिरावट के साथ बीएसई का आईटी इंडेक्स सबसे अधिक गिरावट वाले सेक्टर्स में आ गया। FMCG और कैपिटल गुड्स में भी तेज गिरावट देखी जा रही है।
सुबह 11 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स में 96 अंकों की गिरावट आ गई और यह 23,058 के स्तर पर देखा गया। वहीं, निफ्टी 33 अंक गिरकर 6,997 के स्तर पर आ गया।
11 बजकर 15 मिनट के करीब सेंसेक्स 46 अंक तेजी चढ़कर 23,200 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 9 अंक बढ़कर 7,038 पर आ गया। बजट में कृषि क्षेत्र में विकास के मद्देजनर किए गए फैसलों के बीच फर्टिलाइजर कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी देखी गई।
बजट पेश होने से पहले तक लाल निशान पर खुले शेयर बाजारों में उठापटक देखी जा रही थी। विदेशी कोषों की ओर से पूंजी निकासी बरकरार रहने और खुदरा निवेशकों द्वारा सतर्कता बरतने के बीच बाजार में नरमी का रुझान देखा गया। साथ ही रुपए में कमजोरी देखी गई।
करीब 10 बजकर 58 मिनट पर रुपए में 3 पैसे की ओर गिरावट देखी गई और यह 68.65 प्रति डॉलर के स्तर पर देखा गया। वहीं, 10:57 मिनट पर सेंसेक्स 25 अंक और निफ्टी 10 अंक और नीचे गिर गया।
सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर सेंसेक्स 0.27 फीसदी यानी 62 अंकों की गिरावट के साथ 23,092 के स्तर पर देखा गया जबकि निफ्टी 0.32 फीसदी यानी 22 अंकों की गिरावट के साथ 7,008 के स्तर पर देखा गया।
सेंसेक्स 50 अंकों की गिरावट के साथ खुला जबकि निफ्टी 7000 के इर्द गिर्द खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर 37 अंकों की गिरावट के साथ 23,118 के स्तर पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी 14 अंकों की गिरावट के साथ 7015 पर खुला है।
रुपए ने की कमजोर शुरुआत...
रुपया अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार (फॉरेक्स) में आज के शुरुआती कारोबार में 12 पैसे टूटकर 68.74 पर पहुंच गया। आयातकों और बैंकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने से भारतीय मुद्रा पर दबाव रहा।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में कुछ वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में शुरआती नरमी के बीच रुपया टूटा। रुपया शुक्रवार के कारोबार में 10 पैसे टूटकर 68.62 पर बंद हुआ।
माना जा रहा था कि बजट के बाद बाजार में देखी जा सकती है रैली
जानकारों की राय में, सरकार के कुछ कदम सेंसेक्स और निफ्टी में आज रैली का कारण बन सकते हैं। यदि सरकार ने वित्तीय घाटे, सब्सिडी और टैक्स पर बाजार को निराश नहीं किया तो शेयर बाजार ऊंची छलांग लगा सकते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए अधिक रकम का बंटवारा, कॉरपोरेट टैक्स पर उम्मीदों पर खरा उतरना, और आर्थिक सुधारों को लेकर रिफॉर्म्स का स्पष्ट रोड मैप तैयार हुआ तो निश्चित तौर पर बाजार आज ऊंची छलांग लगा सकते हैं, ऐसा कारोबारियों का मानना है।
(इनपुट एजेंसी से भी...)
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