मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच जोरदार मुकाबला था और परिणाम भी उसी अनुरूप आए थे. मध्य प्रदेश के मौजूदा चुनाव के नतीजे आने से पहले आए एग्जिट पोल के नतीजे संकेत यही दे रहे हैं कि राज्य में 2018 का इतिहास दोहराए जाने की संभावना है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ चुनाव के एग्जिट पोलों के अनुमान राज्य में बीजेपी की सीटें बढ़ने लेकिन इसके बावजूद उसके कांग्रेस की बराबरी न कर पाने का इशारा करने वाले हैं.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए मतदान समाप्त होते ही अलग-अलग मीडिया ग्रुपों और संस्थाओं की ओर से पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए एग्जिट पोल ( Exit Poll) के अनुमान सामने आए. मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 114 सीटें और बीजेपी ने 109 सीटें जीती थीं. इस बार बीजेपी और कांग्रेस में जोरदार मुकाबले के साथ बहुत मामूली अंतर से बहुमत का फैसला होने के आसार जताए गए हैं. प्रमुख आठ सर्वेक्षणों में से 4 में बीजेपी के बहुमत पाने और 3 में कांग्रेस के बहुमत तक पहुंचने की संभावना जताई गई है.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया, इंडिया टीवी-सीएनएक्स, रिपब्लिक टीवी-मेटराइज, न्यूज24-टुडेज चाणक्य के सर्वेक्षणों में मध्य प्रदेश में बीजेपी के फिर से सत्तासीन होने की मजबूत संभावना जताई गई है. दैनिक भास्कर, टाइम्स नाऊ-ईटीजी, टीवी 9 भारतवंश-पोलस्ट्रेट के अनुमानों के अनुसार कांग्रेस बहुमत हासिल करने में सफल हो सकती है. इसके अलावा जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीटों में बहुत मामूली अंतर देखने को मिल सकता है.
बगावत के चलते पलट गई बाजी
कुल मिलाकर सभी एग्जिट पोलों पर नजर डालें तो इस बार बीजेपी के फिर से राज्य की सत्ता पर काबिज होने के आसार अधिक दिख रहे हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस के हाथों पराजित होना पड़ा था, हालांकि करीब 15 महीने बाद ही कांग्रेस में हुई बगावत के चलते उसे सत्ता से हाथ धोना पड़ा था और बीजेपी फिर से सरकार बनाने में कामयाब हो गई थी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 116 है. विभिन्न एग्जिट पोल के औसत के आधार पर बनाए गए एनडीटीवी के पोल ऑफ एग्जिट पोल्स में राज्य में 124 सीटें बीजेपी को, 102 सीटें कांग्रेस को और चार सीटें अन्य को मिलने की संभावना है.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सीटें बढ़ने के आसारकभी मध्य प्रदेश का ही हिस्सा रहे पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ को भी 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने फतह कर लिया था. एक्जिट पोलों में अनुमान लगाया गया है कि कांग्रेस इस बार भी अपनी जीत दोहराएगी. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार झेलते हुए 15 सीटों पर सिमटी बीजेपी का प्रदर्शन इस बार सुधरने के संभावनाएं साफ तौर पर जताई गई हैं.
सन 2018 के चुनावों में कांग्रेस ने राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 68 पर शानदार जीत दर्ज की थी. बीजेपी पिछले चुनाव में 15 सीटों पर सिमट गई थी जबकि अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को 5 और बीएसपी को दो विधायकों से ही संतुष्ट रहना पड़ा था.
इस बार किए गए प्रमुख नौ सर्वेक्षणों में से सभी में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बरकरार रहने की संभावना जताई गई है. बीजेपी से उसकी कड़ी टक्कर दिख रही है और यदि कुछ ही सीटों पर यदि कम अंतर से फैसला बदल जाता है और निर्दलीय व अन्य दलों के विधायक यदि बीजेपी के साथ आ जाते हैं तो बीजेपी बाजी जीत भी सकती है.
छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 46 है. एनडीटीवी के पोल ऑफ एग्जिट पोल्स में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी को 38 और कांग्रेस को 49 सीटें मिल सकती है. अन्य को 3 सीटें मिल सकती हैं.
मध्य भारत के राज्यों में बीजेपी-कांग्रेस का संघर्षमध्य प्रदेश में बीजेपी लंबे समय से सत्ता में है और उसने अपना यह सूबा बचाए रखने के लिए चुनाव में एड़ी-चोटी का जोर लगाया है. दूसरी तरफ पिछले चुनाव में जीतने के बावजूद बगावत के चलते सत्ता से बेदखल हुई कांग्रेस ने भी इस बार फिर से जीतने के लिए भारी मेहनत की है.
उधर, पिछले चुनाव में छत्तीसगढ़ से हाथ धो बैठी बीजेपी ने इस बार फिर से अपने इस गढ़ पर कब्जा करने के लिए जोर लगाया है. दूसरी तरफ राज्य में मजबूती से जमी कांग्रेस ने सत्ता बचाए रखने के लिए चुनाव में खूब पसीना बहाया है. सर्वेक्षणों के अनुमान कितने सही, कितने गलत साबित होते हैं यह 3 दिसंबर को साफ हो जाएगा.
सूर्यकांत पाठक ndtv.in के डिप्टी एडिटर हैं...
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