BCCI के द्वारा जारी की गई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर क्यों उठाया जा सकता है सवाल?

बीसीसीआई के तरफ बुधवार को खिलाड़ियों के साथ नये कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम का ऐलान कर दिया गया.

BCCI के द्वारा जारी की गई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर क्यों उठाया जा सकता है सवाल?

प्रतीकात्मक तस्वीर

बीसीसीआई के तरफ बुधवार को खिलाड़ियों के साथ नये कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम का ऐलान कर दिया गया. इस बार एक नया वर्ग A प्लस के नाम से लागू कर दिया गया है. जो भी खिलाड़ी इस वर्ग में होंगे उन्हें सात करोड़ मिलेगा. बीसीसीआई के द्वारा रिलीज किये गए A+ लिस्ट में विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह का नाम है. A वर्ग लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी, रविचंद्रन अश्विन, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा का नाम है. A वर्ग के खिलाड़ियों को अब पांच करोड़ रुपये मिलेंगे. पिछले साल A वर्ग के खिलाड़ियों को दो करोड़ रुपया मिलते थे. B वर्ग के खिलाड़ियों को तीन करोड़ रुपये मिलेंगे. इस वर्ग में जो खिलाड़ी हैं, वे हैं केएल राहुल, उमेश यादव, कुलदीप यादव, युजवेंदर चहल, हार्दिक पंड्या, इशांत शर्मा और दिनेश कार्तिक. 2017 में हुए कॉन्ट्रैक्ट में B वर्ग के खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये मिलते थे. वर्ग C में जो खिलाड़ी हैं वे हैं केदार जाधव, मनीष पांडेय, अक्षर पटेल, करुण नायर, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल और जयंत यादव.

इन खिलाड़ियों ने छलांग लगाए हैं : 
2017 में शानदार प्रदर्शन की वजह से भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और रोहित शर्मा लंबी छलांग लगाते हुए A+ में पहुंच गए.  पिछले साल यह तीनों खिलाड़ी B वर्ग में रखे गए थे. पिछले साल शिखर धवन C वर्ग में थे अब वह A + पहुंच गए हैं. ऋद्धिमान साहा पिछले साल B वर्ग में थे इस बार वह A वर्ग में पहुंच गए हैं. पिछले साल हार्दिक पंड्या, युजवेंदर चहल C वर्ग में रखे गए थे, इस बार वह B वर्ग में पहुंच गए हैं. इस बार जिन खिलाड़ियों को लिस्ट से हटाया गया है वे हैं युवराज सिंह, ऋषभ पंत, अमित मिश्रा, आशीष नेहरा, धवल कुलकर्णी, शार्दुल ठाकुर और मनदीप सिंह. पिछले साल सुरेश रैना किसी भी वर्ग में नहीं थे लेकिन इस बार उन्हें C वर्ग में रखा गया है.

बीसीसीआई के लिस्ट पर क्यों उठाया जा सकता सवाल : 
बीसीसीआई के द्वारा जारी किये कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट पर कई सवाल उठाये जा सकते हैं. बीसीसीआई के द्वारा जारी किये गये लिस्ट में ऐसे कई भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला लेकिन उनका किसी भी वर्ग में नाम नहीं है. सबसे पहले शार्दुल ठाकुर की बात करते हैं. शार्दुल ठाकुर साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए एकदिवसीय और टी 20 टीम का हिस्सा थे. श्रीलंका में हो रहे टी 20 ट्राई सीरीज के लिए भी शार्दुल का चयन हुआ है लेकिन किसी भी वर्ग में उनका नाम नहीं है. सिर्फ शार्दुल ही नहीं, ऋषभ पंत भी टी 20 टीम का हिस्सा हैं, लेकिन किसी भी ग्रेड में उनका नाम नहीं है. पिछले साल शार्दूल और ऋषभ पंत का नाम था. अगर इनका नाम नहीं है तो फिर सुरेश रैना का नाम क्यों है?  पिछले साल सुरेश रैना का नाम लिस्ट में नहीं था. बीसीसीआई की तरफ से यह दलील दी जा सकती है कि सुरेश रैना अब टी 20 टीम का हिस्सा हैं, इसीलिए उनको जगह मिली है. अगर ऐसा है तो फिर शार्दुल और ऋषभ पंत भी टी 20 का हिस्सा हैं. फिर उनको जगह क्यों नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि सुरेश रैना का टीम में दो साल के बाद वापसी हुई है. पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनका कोई ऐसा शानदार प्रदर्शन नहीं है कि उनका लिस्ट में नाम होना चाहिए था.

इशांत शर्मा का नाम है लेकिन श्रेयस अय्यर का नहीं:  
इशांत शर्मा का नाम C वर्ग में रखा गया है लेकिन श्रेयस अय्यर किसी भी वर्ग में नहीं हैं. इशांत शर्मा आखिरी एक दिवसीय मैच सितम्बर 2017 में खेले थे, जबकि आखिरी टी 20  अक्टूबर 2013 में खेले थे. लेकिन यह दलील दी जा सकती है इशांत शर्मा भारत के द्वारा आखिरी बार खेले गए टेस्ट टीम का हिस्सा थे, इसीलिए उनका नाम है. अगर ऐसा है तो फिर श्रेयस अय्यर का क्यों नहीं है. श्रेयस अय्यर हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए एकदिवसीय सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा थे और तीन मैच खेले थे. हो सकता है इशांत शर्मा के अनुभव को देखते हुए उन्हें बीसीसीआई ने C ग्रेड में डाल दिया हो अगर ऐसा हुआ तो करुण नायर का नाम क्यों है? करुण नायर आखिरी टेस्ट मार्च 2017 और आखिरी एकदिवसीय मैच जून 2016 को खेले थे. करुण के पास अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने का कोई ज्यादा अनुभव भी नहीं है. 

उमेश यादव और जयंत यादव का नाम है लेकिन जयदेव उनादकट का नाम नहीं है : 
उमेश यादव नवंबर 2017 से कोई अंतराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं लेकिन ग्रेड B में उनका नाम है. अगर अनुभव को देखते हुए उमेश यादव को जगह मिली है तो युवराज सिंह का भी किसी वर्ग में नाम होना चाहिए था. जयंत यादव का नाम ग्रेड C में रखा गया है. जबकि जयंत फ़रवरी 2017 से कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले है. जयंत अब तक सिर्फ चार टेस्ट और एक एकदिवसीय मैच खेले हैं. जयदेव उनादकट का नाम भी किसी भी ग्रेड में नहीं है. जबकि उनादकट श्रीलंका में हो रहे ट्राई नेशन टी 20 सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा हैं और भारत की तरफ से एक टेस्ट, सात एकदिवसीय मैच और सात टी 20 मैच खेल चुके हैं.

किस क्राइटेरिया के तहत खिलाड़ियों को अलग-अलग ग्रेड में डाला गया और बाहर कर दिया गया है, इसे लेकर बीसीसीआई की तरफ से जारी किये गए लिस्ट में कोई स्पष्टीकरण नहीं है. अगर बीसीसीआई की तरफ क्राइटेरिया को लेकर कोई स्पष्टीकरण आता है तो उस हिसाब से इस आर्टिकल को अपडेट कर दिया जायेगा.

सुशील कुमार महापात्रा एनडीटीवी इंडिया के चीफ गेस्ट कॉर्डिनेटर हैं...

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