आखिर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी हर मैच कैसे जीत रही है। नतीजे आने के बाद अखबारों में इनकी रणनीतियों और रैलियों की खूब चर्चा है। उम्मीदवार लाए, कैसे प्रचार किया जाए और कैसे रैलियां हों वगैरह वगैरह। इस जोड़ी को जीतने का जुनून है और इनके सामने की जोड़ियों को पहले टूटने और फिर बिखरने की बेचैनी दिखाई मालूम पड़ती है।
महाराष्ट्र और हरियाणा में मुख्यमंत्री कौन होगा, अब सूत्र भी अटकल लगाते लगाते थक गए हैं। इस बीच शरद पवार ने कहा है कि कांग्रेस के एक नेता ने शिवसेना को प्रस्ताव दिया था कि आप सरकार बनाइये हम साथ देंगे। पवार ने उस प्रतिभाशाली नेता का नाम नहीं बताया है, मगर यह बयान बता रहा है कि शरद पवार बीजेपी को दिए अपने समर्थन को लेकर बचाव की मुद्रा में नहीं आने वाले हैं। इस बात के बावजूद कि केरल में वाम मोर्चा में शामिल उनकी पार्टी के दो विधायकों ने बीजेपी को समर्थन देने को नाकाबिले बर्दाश्त कहा है।
कांग्रेस ज़रूर एनसीपी के बहाने बीजेपी से नैतिक सवाल कर रही है। कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने कहा है कि शरद पवार का अलग होना पहले से तय था।
(प्राइम टाइम इंट्रो)