कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मोदी सरनेम (Modi Surname Case) वाले मानहानि केस में सुप्रीम कोर्ट से फौरी राहत मिल गई है. कोर्ट ने सुनवाई पूरी होने तक राहुल गांधी (Rahul Gandhi Disqualification) की दोषसिद्धि और 2 साल की सजा पर रोक लगा दी है. अदालत के इस फैसले के कई राजनीतिक मायने हैं. इस फैसले के बाद राहुल गांधी की सांसद के तौर पर सदस्यता फिर से बहाल हो जाएगी.
हालांकि, सवाल है कि ऐसा कितनी जल्दी होगा? क्योंकि मानहानि केस में निचली अदालत के फैसले के 48 घंटे के अंदर राहुल गांधी की सांसदी चली गई थी. उसके बाद राहुल गांधी को उनका सरकारी निवास भी खाली करने का नोटिस मिला था. उन्होंने अपना सरकारी निवास भी खाली कर दिया था. अब देखना है कि उनकी सदस्यता बहाल होने में कितने दिन लगते हैं.
बहरहाल, यह तो तय है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस जरूर ली होगी, क्योंकि अगर राहुल गांधी को राहत नहीं मिलती, तो वो अगला चुनाव लड़ने की स्थिति में भी नहीं होते. ऐसे में उनका राजनीतिक वनवास लंबा हो जाता. लेकिन राहुल गांधी के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक सलाह या चेतावनी भी है कि उन्हें आगे से जनता के बीच बोलते समय संयम रखने की जरूरत है.