- दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र के सुघराइन पंचायत में मतदान पूरी तरह से ठप रहा है.
- चार बूथों पर एक भी वोट नहीं डाला गया क्योंकि ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार किया.
- ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लगातार अनदेखा किए जाने के विरोध में मतदान से इनकार किया है.
भारत के संविधान ने वोटरों को ये अधिकार दिया है कि वो अपने लिए लीडर चुन सकें. मगर लीडर बनने के बाद अगर काम नहीं हो तो जनता फिर क्या करे. हर बार अलग-अलग लोग प्रत्याशी बनकर आते हैं और वादों की झड़ी लगा देते हैं. चुनाव बाद भूल जाते हैं. यूं तो अधिकतर वही नेता बड़ा पद पाता है, जो अपने इलाके में काम कराता हो. जिसकी अपने क्षेत्र में पकड़ हो, मगर फिर भी कुछ लोग विधायक या सांसद बनकर ही इतने इत्मीनान में आ जाते हैं कि कोई काम नहीं करते. दरभंगा जिले में 4 बूथों की जनता ने ऐसे ही नेता के खिलाफ बीच चुनाव मोर्चा खोल दिया है.
कहां नहीं कर रहे मतदान
दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र (78) के सुघराइन पंचायत में आज मतदान पूरी तरह ठप रहा. लगातार उपेक्षा और सड़क नहीं बनने के विरोध में ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार कर रखा है. ग्रामीणों के विरोध का असर इतना गहरा रहा कि बूथ संख्या 284 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन, दक्षिणी भाग), 285 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन उत्तरी भाग), 286 (रेज़्ड प्लेटफ़ॉर्म/हेलिपैड) और 287 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन मध्य भाग)—चारों बूथों पर एक भी वोट नहीं डाला गया है.
क्यों नहीं कर रहे मतदान
स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन लगातार सरकार और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से वे नाराज़ हैं. इसी कारण एकमत होकर पूरे गांव ने मतदान का बहिष्कार किया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक सड़क निर्माण की ठोस घोषणा नहीं होती, इसी तरह लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जारी रहेगा. प्रशासन की ओर से स्थिति को समझने और समाधान की बातचीत के प्रयास किए जा रहे हैं.
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