बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पाटीदारों को आरक्षण का समर्थन किया है (फाइल फोटो)
- कहा, इस मुद्दे पर पुनर्विचार का प्रश्न ही नहीं उठता
- हमें कृषि क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को समझना होगा
- बिहार में बीजेपी के समर्थन से सरकार चला रहे नीतीश
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पटना:
गुजरात में आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल और पाटीदारों के लिए अच्छी ख़बर हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले भाजपा के समर्थन से सरकार चला रहे हैं लेकिन पाटीदारों को आरक्षण के मुद्दे पर वे अपने पुराने रुख पर कायम हैं. सोमवार को जन संवाद कार्यक्रम के दौरान नीतीश से जब पूछा गया कि क्या वे अभी भी मानते हैं कि पाटीदारों को आरक्षण मिलना चाहिए, इस पर बिहार के सीएम ने कहा कि वे सोच-समझ कर निर्णय लेते हैं, ऐसे में इस पर पुनर्विचार का प्रश्न ही कहां उठता है. उन्होंने कहा कि वे एक किसी मुद्दे पर जो स्टैंड लेते हैं फिर उससे पीछे नहीं हटते. उन्होंने कहा कि वे इसके पक्षधर हैं.
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हालांकि नीतीश इसके साथ यह कहने से भी नहीं चूके कि इस बारे में विचार कि जाने की जरूरत है कि आरक्षण का विरोध करने वाली जाति आख़िर इसके लिए आंदोलनरत क्यों हैं ? उनका मानना है कि यह मामला देश में कृषि क्षेत्र में खराब स्थिति से जुड़ा है. लोगों को कृषि क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को समझना होगा.
वीडियो: कैबिनेट विस्तार पर नीतीश कुमार की सफाई नीतीश का मानना है कि आज बड़ा तबक़ा आरक्षण की मांग कर रहा है. इसका मतलब पहले की स्थिति में परिवर्तन आ गया हैं इसका अध्ययन किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि नीतीश ने बिहार विधानसभा चुनाव के दो साल पहले हार्दिक पटेल से मुलाकात की थी और उनकी उनकी मांगों का समर्थन किया था. यही नहीं, हार्दिक ने नीतीश के समर्थन में कई सभाओं को भी संबोधित किया था. क्या आप गुजरात में चुनाव प्रचार में जाए, इस सवाल का गोलमोल अंदाज में जवाब देते हुए नीतीश ने कहा कि फिलहाल किसी ने उन्हें इसके लिए बुलाया नहीं है.
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हालांकि नीतीश इसके साथ यह कहने से भी नहीं चूके कि इस बारे में विचार कि जाने की जरूरत है कि आरक्षण का विरोध करने वाली जाति आख़िर इसके लिए आंदोलनरत क्यों हैं ? उनका मानना है कि यह मामला देश में कृषि क्षेत्र में खराब स्थिति से जुड़ा है. लोगों को कृषि क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को समझना होगा.
वीडियो: कैबिनेट विस्तार पर नीतीश कुमार की सफाई नीतीश का मानना है कि आज बड़ा तबक़ा आरक्षण की मांग कर रहा है. इसका मतलब पहले की स्थिति में परिवर्तन आ गया हैं इसका अध्ययन किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि नीतीश ने बिहार विधानसभा चुनाव के दो साल पहले हार्दिक पटेल से मुलाकात की थी और उनकी उनकी मांगों का समर्थन किया था. यही नहीं, हार्दिक ने नीतीश के समर्थन में कई सभाओं को भी संबोधित किया था. क्या आप गुजरात में चुनाव प्रचार में जाए, इस सवाल का गोलमोल अंदाज में जवाब देते हुए नीतीश ने कहा कि फिलहाल किसी ने उन्हें इसके लिए बुलाया नहीं है.
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