
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण राजनीतिक लक्ष्मण रेखाएं लांघी जा रही हैं. आरजेडी के एक्टिव बॉस तेजस्वी यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार से लेकर चिराग पासवान पर व्यक्तिगत हमले किए. साथ ही बिहार सरकार के कामकाज को लेकर जमकर सवाल उठाए. तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि वो किसी को बख्शने के मूड में नहीं हैं. वहीं 'डीके' को लेकर फिर बड़ी बात कर दी.
सुपर सीएम डीके बॉस
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर का क्रिमिनल डिसऑर्डर हो चुका है. हर जगह भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है. ब्लॉक से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक मुख्यमंत्री के नाक के नीचे क्या हो रहा है मुख्यमंत्री को नहीं पता. मुख्यमंत्री की पार्टी की जो टीम है, उनको वोट लेना होता है पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक का. उनको सिर्फ वोट से मतलब है. कोई काम नहीं करना है. बिहार में लगातार पुलिस पर हमला हो रहा है. चढ़ावा चढ़ाइए और मनचाहा पोस्टिंग पाइए. असली सुपर सीएम डीके बॉस ही है.
समर्पित जमाई आयोग बनाएं
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अधिकारियों का इतना मन बढ़ गया है कि जनप्रतिनिधि का भी फोन नहीं उठाते. मुख्य सचिव ने हर अधिकारी और पदाधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि जनप्रतिनिधि का फोन आए तो उनकी बात सुनी जाए और उचित कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री जी अब बचा क्या है? केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है. इस वजह से ईडी, सीबीआई का डर भी अधिकारियों को नहीं है. इस सरकार में हर कोई अपने बेटा, बेटी, रिश्तेदार को रेवड़ी बांट रहा है. मुख्यमंत्री से आग्रह है कि समर्पित जमाई आयोग बनाएं.
किस-किस के दामाद पर आरोप
अचेत अवस्था में बिहार संभाल रहे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी एवं परिवारवाद के पोषक आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने NDA के सहयोगी दलों के साथ मिलकर बिहार में “जमाई आयोग” का गठन किया है जिसमें स्व॰ श्री रामबिलास पासवान जी के दामाद, केंद्रीय मंत्री श्री जीतनराम मांझी… pic.twitter.com/Jct1nA09jS
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 15, 2025
आरजेडी नेता ने कहा कि जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष की दोनों बेटियों को सुप्रीम कोर्ट में काउंसिल में जगह दिया गया है. बिहार जाए भाड़ में, लेकिन नेताओं के बच्चों को पद मिलना चाहिए. रामविलास पासवान के दामाद को, अशोक चौधरी के दामाद को, जीतन राम मांझी के दामाद को आयोग में जगह मिली है. डीके बॉस की पत्नी को बिहार महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है.
डीके बॉस कौन है
तेजस्वी ने आगे कहा कि डीके बॉस की पत्नी ने अपने पति का नाम नहीं लिखा. पिता का नाम लिखा है. कहीं ना कहीं पति के नाम को छुपाने की कोशिश की गई. छुपा-छुपाकर मलाई खिलाई जा रही है. लगातार परिवारवाद पर हम लोगों को ज्ञान दिया जाता था, लेकिन इस सरकार में क्या हो रहा है? बिहार का मंत्रालय, सचिवालय, सुप्रीम कोर्ट का पैनल पूरी तरह से चंद भूजा पार्टी के लोगों ने बर्बाद कर दिया. चला चली की बेला मुख्यमंत्री है अकेला. बिहार की दो पीढ़ियों को इस एनडीए सरकार ने बर्बाद कर दिया है. बिहार में डोमिसाइल नीति को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा सरकार की मंशा है बिहार में डोमिसाइल नीति लागू न हो. हालांकि, 'डीके' कौन हैं? ये तेजस्वी यादव ने नहीं बताया.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश से पूछे सवाल
- कितने अधिकारियों की पत्नियों की सरकारी नौकरी लगी है?
- बिहार की शिक्षा व्यवस्था का सत्यानाश कर कितने अधिकारियों के बच्चे विदेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं?
- बिहार के कितने अधिकारियों के बच्चे बिहार में अपनी कंसल्टेंसी फॉर्म बनाकर विभागों में सेवा दे रहे हैं?
- कितने अधिकारियों ने जमीन में या फिर विदेश में निवेश कर रखा है?
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