
- बिहार में अबतक तीन बार STET परीक्षा आयोजित की गई है, पहला आयोजन 2011 में हुआ था
- छात्रों ने BPSC TRE 4 से पहले STET परीक्षा कराने की मांग को लेकर पटना की सड़कों पर प्रदर्शन किया है
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि STET परीक्षा BPSC TRE 4 के बाद ही कराई जाएगी
बिहार में STET एग्जाम पहले कराने को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर तितर बितर किया. डाक बंगला चौराहे की ओर बढ़ रहे छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने ये कार्रवाई की. हजारों छात्रों की मांग है कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) TRE - 4 से एसटीईटी परीक्षा कराई जाए. पुलिस के लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए हैं. छात्रों का आरोप है कि वो शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, तो उन पर क्यों कार्रवाई की गई.
BPSC TRE - 4 से पहले STET एग्जाम कराए जाने की मांग को लेकर हजारों छात्र पटना की सड़कों पर उतर गए हैं. दरअसल, बिहार में अब तक तीन बार STET EXAM का आयोजन कराया गया है. सबसे पहले इसका आयोजन 2011 में हुआ था. लेकिन अब इसको लेकर गतिरोध बना हुआ है. प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि सरकार उनके हितों का ध्यान दे. जेपी गोलंबर पर पुलिस के द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई थी और छात्रों को समझने की कोशिश लगातार की जा रही थी. लेकिन छात्र पीछे हटने को तैयार नहीं थे.
जानकारी के मुताबिक, तीसरी बार इसका फॉर्म 2023 में निकाला गया था. वैसे तो सरकार लगातार छात्रों को आश्वासन दे रही थी लेकिन अब तक परीक्षा का आयोजन नहीं हुआ है. इस वजह से छात्रों का सब्र का बांध टूट चुका है. इससे पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ट्वीट कर बताया कि BPSC TRE 4 के बाद STET का एग्जाम कराया जाएगा.
ऐसे में कई छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. ऐसे में उनका शिक्षक बनने के सपने पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है. इस वजह से छात्र पटना के जेपी गोलंबर पहुंचे हैं. जेपी गोलंबर पर पटना पुलिस ने छात्रों को रोक दिया है. जानकारी के मुताबिक छात्रों की मांग है कि बीपीएससी टीआरई 4 से पहले एसटीईटी की परीक्षा का आयोजन कराया जाना चाहिए.
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