बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                पटना: 
                                        जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भाजपा के एक देश एक चुनाव की मुहिम का समर्थन किया है लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार का मानना है कि फ़िलहाल अभी से भी अगर इस पर आम सहमति हो जाये तो 2024 के लोकसभा चुनाव तक ये संभव नहीं. नीतीश ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि चुनाव में राजनीतिक दलों को राज्य के कोष से चुनाव ख़र्च की व्यवस्था हो.
जेडीयू ने रविवार को इस सम्बंध में एक प्रस्ताव भी पारित किया था. नीतीश के अनुसार एक साथ चुनाव कराने की उनकी पार्टी की काफ़ी पुरानी मांग रही है. संवादाता सम्मेलन में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि उनकी पार्टी के समर्थन के बाद भी 2024 के चुनाव तक यह संभव नहीं लगता है. उन्होंने कहा कि तत्काल ये संभव नहीं है लेकिन इसके लिए आपसी सहमति ज़रूरी है.
नीतीश के अनुसार ये विचार ठीक है और इसके लिए वातावरण बनाया जाना चाहिए. लेकिन इसे संभव करने के किए कई संवैधानिक प्रावधानों में फेरबदल करना होगा. कई प्रावधानों को ख़त्म करना होगा जिसके लिए अधिक से अधिक राजनीतिक दलों में सहमति ज़रूरी है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव कराने से कई राज्यों के काम काज पर असर पड़ता है क्योंकि भले चुनाव कुछ राज्यों में हो रहे हों लेकिन अधिकारी कई राज्यों से जाते हैं.
नीतीश के अनुसार चुनावों में अब सरकारी फ़ंडिंग होनी चाहिए जिससे चुनाव में काला धन के असर को कम किया जा सके. फ़िलहाल पैसे के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने का नीतीश कुमार के अनुसार यही एक प्रभावी क़दम है.
VIDEO: एक साथ सभी चुनाव कराने के मुद्दे पर राजनैतिक दलों में मतभेद
                                                                        
                                    
                                जेडीयू ने रविवार को इस सम्बंध में एक प्रस्ताव भी पारित किया था. नीतीश के अनुसार एक साथ चुनाव कराने की उनकी पार्टी की काफ़ी पुरानी मांग रही है. संवादाता सम्मेलन में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि उनकी पार्टी के समर्थन के बाद भी 2024 के चुनाव तक यह संभव नहीं लगता है. उन्होंने कहा कि तत्काल ये संभव नहीं है लेकिन इसके लिए आपसी सहमति ज़रूरी है.
नीतीश के अनुसार ये विचार ठीक है और इसके लिए वातावरण बनाया जाना चाहिए. लेकिन इसे संभव करने के किए कई संवैधानिक प्रावधानों में फेरबदल करना होगा. कई प्रावधानों को ख़त्म करना होगा जिसके लिए अधिक से अधिक राजनीतिक दलों में सहमति ज़रूरी है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव कराने से कई राज्यों के काम काज पर असर पड़ता है क्योंकि भले चुनाव कुछ राज्यों में हो रहे हों लेकिन अधिकारी कई राज्यों से जाते हैं.
नीतीश के अनुसार चुनावों में अब सरकारी फ़ंडिंग होनी चाहिए जिससे चुनाव में काला धन के असर को कम किया जा सके. फ़िलहाल पैसे के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने का नीतीश कुमार के अनुसार यही एक प्रभावी क़दम है.
VIDEO: एक साथ सभी चुनाव कराने के मुद्दे पर राजनैतिक दलों में मतभेद
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