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काटे जा रहे हैं मतदाताओं के नाम... बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर बोले RJD सांसद संजय यादव

संजय यादव ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में जिस तरह मतदाता सूची में हेरफेर किया गया, वैसा ही बिहार में करने की कोशिश हो रही है. मृत्यु या हस्तांतरण के नाम पर कुछ मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं. उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग उन मतदाताओं की सूची सार्वजनिक करे, जिनके नाम हटाए जा रहे हैं.

काटे जा रहे हैं मतदाताओं के नाम... बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर बोले RJD सांसद संजय यादव
  • RJD नेता संजय यादव ने बिहार में मतदाता सूची सत्यापन में फर्जीवाड़ा और सुनियोजित नाम कटौती का आरोप लगाया है.
  • उन्होंने कहा कि बिना भौतिक सत्यापन के मतदाता सूची में नाम हटाए जा रहे हैं और बीएलओ की नियुक्ति नहीं हो रही है.
  • संजय यादव ने मतदाताओं के दस्तावेज फर्जी हस्ताक्षर के साथ अपलोड किए जाने की बात कही है.
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नई दिल्ली:

बिहार में मतदाता सूची सत्यापन को लेकर RJD के नेता और सांसद संजय यादव ने NDTV से खास बातचीत में कई गंभीर मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने 35 दलों के नेताओं को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया है. उनका आरोप है कि लोकतंत्र पर चोट की जा रही है और जनता सब कुछ देख रही है. चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाता सूची की समीक्षा की जा रही है, लेकिन इसमें फर्जीवाड़ा और सुनियोजित तरीके से कुछ मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं.

संजय यादव ने कहा कि JDU या चुनाव आयोग के दावों से कोई फर्क नहीं पड़ता. मतदाता सूची में नाम हटाने की प्रक्रिया बिना किसी भौतिक सत्यापन के हो रही है. कई जगहों पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की नियुक्ति तक नहीं हुई है और रिसीविंग की कोई व्यवस्था नहीं है.

'फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेज अपलोड किए जा रहे हैं'

उन्होंने आगे कहा कि RJD बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है और हर जगह से फीडबैक ले रही है. उनका दावा है कि यह सब एक दिखावटी प्रक्रिया (आईवॉश) है. उन्होंने चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग की और कहा कि आज लोकतंत्र की हत्या हो रही है. मतदाताओं के दस्तावेज बिना उनकी सहमति के अपलोड किए जा रहे हैं, और बीएलओ द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेज अपलोड किए जा रहे हैं.


संजय यादव ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में जिस तरह मतदाता सूची में हेरफेर किया गया, वैसा ही बिहार में करने की कोशिश हो रही है. मृत्यु या हस्तांतरण के नाम पर कुछ मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं. उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग उन मतदाताओं की सूची सार्वजनिक करे, जिनके नाम हटाए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल डरे हुए हैं, क्योंकि बिहार में 20 साल और केंद्र में 11 साल की उनकी सरकार से जनता में गहरी नाराजगी है. इसीलिए वे एक सुनियोजित योजना के तहत मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं. लेकिन बिहार जागरूक राज्य है, और RJD के कार्यकर्ता सतर्क हैं. उन्होंने सत्ताधारी दलों को चेतावनी दी कि वे बिहार को अन्य राज्यों की तरह न समझें.

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