
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिक्रमगंज से बिहार को 48 हजार 500 करोड़ रुपये की सौगात देने जा रहे हैं. ये बहुत बड़ी सौगात है, जिसमें सड़क, रेल, गंगा का पुल और बिजली प्लांट से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं. लेकिन पीएम मोदी ने बिहार को इतनी बड़ी सौगात देने के लिए रोहतास जिले के बिक्रमगंज को ही क्यों चुना है? बिहार के एनडीए गठबंधन की सरकार है, पीएम मोदी चाहते, तो सीएम नीतीश कुमार राजधानी पटना समेत कहीं भी रैली का इंतजाम करा सकते थे. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की रोहतास के बिक्रमगंज से आज शाहाबाद को साधने की तैयारी है. शाहाबाद में एनडीए का जनाधार पिछले कुछ समय में कम हुआ है. इसका अंदाजा आलाकमान को भी हो गया है. ऐसे में बिहार चुनाव से पहले शाहाबाद को साधने की रणनीति है. लेकिन क्या पीएम मोदी शाहाबाद में बीजेपी की हारी हुई बाजी पलटने में कामयाब होंगे? आइए जानने की कोशिश करते हैं.
2020 के बिहार चुनाव में NDA को शाहबाद से क्या मिला था?
शाहाबाद क्षेत्र से एनडीए का जनाधार लगातार घट रहा है. पीएम मोदी आज बिक्रमगंज में रैली से शाहाबाद क्षेत्र में आने वाली 22 विधानसभा सीटों पर निशाना साध रहे हैं. साल 2020 के हुए बिहार विधानसभा चुनाव में इन 22 में से 20 सीटों पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था. पीएम मोदी की कोशिश आगामी विधानसभा चुनावों में इन 20 सीटों पर बढ़त बनाने पर है. अगर ये 20 सीटें एनडीए के खाते में आ जाती है, तो प्रदेश की राजनीति का पूरा समीकरण ही बदल सकती है. ये 20 सीटें किसी भी पार्टी को प्रदेश में सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं. ऐसे में पीएम मोदी के साथ-साथ अन्य पार्टियां भी इन सीटों पर जोश अजमाइश करती हुई जरूर नजर आएंगी.

2024 लोकसभा चुनाव में NDA का स्कोर रहा था जीरो
पीएम मोदी जब बिक्रमगंज से रैली को संबोधित करेंगे, तो उनका टारगेट शाहाबाद के चार जिलों भोजपुर, रोहतास, कैमूर और बक्सर के वोटर्स होंगे. अगर यहा पीएम मोदी बाजी अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाते हैं, तो भविष्य में इसका फायदा लोकसभा चुनाव में भी हो सकता है. दरअसल, शाहाबाद क्षेत्र में 4 लोकसभा सीटें सासाराम, काराकाट, आरा और बक्सर आती हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में इन चारों सीटों पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था. पीएम मोदी की रैली के बाद अगर विधानसभा चुनाव में कोई उम्मीद जगती है, तो लोकसभा चुनाव में भी इसका असर देखने को मिल सकता है.
...तो 225 का टारगेट असंभव!
शाहाबाद क्षेत्र में एक समय भगवा ही भगवा रंग नजर आता था. इस एनडीए का गढ़ कहा जाता था. लेकिन पिछले कुछ चुनावों में एनडीए के लिए शाहाबाद की राजनीतिक जमीन बंजर होती नजर आ रही है. इस बंजर होती जमीन को पीएम मोदी एक बार फिर उपजाऊ बनाने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि 2025 में एनडीए ने 225 का टारगेट रखा है. इसका रास्ता शाहाबाद होकर ही गुजरता है. यदि शाहाबाद एनडीए साध नहीं पायी, तो लक्ष्य तक पहुंचना बेहद मुश्किल होगा. अब देखना है कि बिहार के शाहाबाद में एनडीए की हारी हुई बाजी, क्या पीएम मोदी पलट देंगे?

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा के तहत गुरुवार को पटना पहुंचे और यहां एक रोड शो किया. रोड शो के बाद वह भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने कई अहम सुझाव दिए. बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनाव को लेकर भाजपा ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
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