केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को NDTV PowerPlay के मंच पर मौजूद थे. बिहार विधानसभा चुनावों से कुछ ही दिन पहले आयोजित इस कार्यक्रम में अमित शाह ने कई बातों के जवाब दिए. साथ ही उन्होंने वित्तीय घोटाले करके विदेश भाग जाने वाले भगोड़ों को देश में वापस लाने पर भी अपनी राय रखी.
'बहुत जटिल प्रक्रिया है'
अमित शाह ने भगोड़ों को वापस लाने के सवाल पर कहा, "यह बहुत जटिल प्रक्रिया है. कई देशों के कानून के साथ अदालती प्रक्रियाओं को पार करना होता है. पर हमने देश में इसके लिए सीबीआई के अंदर भारत नेट की स्थापना की है, जो देशभर के भगोड़ों के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस इश्यू करना, इंटरपोल का इस्तेमाल कर उन्हें पकड़ना, फिर प्रत्यर्पण का पूरा प्रोसेस करता है."
'भारत सरकार ने एसओपी तैयार की'
अमित शाह ने आगे कहा, "इसके लिए भारत सरकार ने सभी एजेंसियों के साथ वर्कशॉप करके एक एसओपी तैयार कर लिया है. दो साल में अब तक लगभग 42 भगोड़ों को भारत वापस लाया जा चुका है. कुछ लोगों के मामले में वहां अदालती प्रक्रिया चल रही है. मगर बहुत कम लोग ऐसे हैं, जिन पर कोई कार्यवाई नहीं हुई है."
'सभी के पीछे एजेंसी लगी हुई हैं'
केंद्रीय गृहमंत्री ने बताया, "कई लोग ऐसे हैं, जो पकड़े गए हैं. अदालत में उनके प्रत्यर्पण का केस चल रहा है. इसलिए न्यायिक प्रक्रिया तो करनी ही पड़ेगी. इस प्रक्रिया के बाद वह सभी वापस भी आएंगे. पर कोई ऐसा नहीं है, जिसके पीछे एजेंसी ना लगी हो."
'यूपीए की सरकार को एजेंसियों का नहीं था डर'
यूपीए के शासन पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा, "पहले जो यूपीए की सरकार थी, उसे एजेंसियों का डर ही नहीं था. हमारी सरकार आने के बाद कम से कम पीछा हो रहा है, पकड़े जा रहे हैं, वहां की जेल से यहां की जेल में लाने की प्रक्रिया भी चल रही है."
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