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अस्पताल बना रणक्षेत्र-पुलिस बनी मूक दर्शक, पहले डॉक्टरों से हुई मारपीट... फिर गुंडे बुलाकर परिजनों की पिटाई

बेतिया में अस्पताल में डॉक्टरों और मृतक के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हुई है. परिजन का सिर फोड़ा गया. वहीं घटना के बाद डॉक्टर हड़ताल पर बैठ गए हैं. बेतिया से जितेंद्र कुमार की रिपोर्ट.

अस्पताल बना रणक्षेत्र-पुलिस बनी मूक दर्शक, पहले डॉक्टरों से हुई मारपीट... फिर गुंडे बुलाकर परिजनों की पिटाई
मृतक के परिजनों की पिटाई
Bihar:

बेतिया नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल शुक्रवार को रणक्षेत्र बन गया. यहां डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच खूब मारपीट हुई. पहले परिजनों ने डॉक्टरों को पीटा. फिर डॉक्टरों ने भाड़े के गुंडे बुलाकर परिजनों की पिटाई की. दिलचस्ब बात यह है कि यह सब पुलिस के सामने होते रहा. पुलिस के सामने मरीज के परिजन को पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिया गया. सर फोड़ दिया गया. इसके बाद अब अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों ने हड़ताल कर दिया है और ओपीडी सेवा ठप हो गई है.

नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में उस समय अफरा तफरी मच गई. जब सड़क दुर्घटना में मृत महिला को लेकर उसके परिजन पहुंचे. डॉक्टर संतोष कुमार ने महिला को मृत घोषित कर दिया. परिजन फिर दोबारा मृत महिला लेकर अस्पताल पहुंचे बोले की महिला जिंदा है. शरीर में कुछ हरकत हुआ है. डॉक्टर ने फिर जांच किया और मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की. 

पुलिस के सामने ही परिजन का फोड़ा गया सिर

इस दौरान एक डॉक्टर की शर्ट फट गई. इसके बाद डॉक्टरों ने बाहर से कुछ गुंडों को बुलवाया और परिजनों की जमकर पिटाई कर दी. हैरानी की बात यह है कि यह सब पुलिस के सामने हो रहा था और वह मूक दर्शक बनकर यह सब देख रही थी. परिजन शमशाद आलम को पुलिस के सामने पीटा गया और सिर फोड़ कर उसे लहूलुहान कर दिया गया. उसका इलाज चल रहा है.

बता दें की मृत महिला का नाम कुंती देवी है जो सड़क हादसे में पकड़ी ढाला के समीप बाइक के चपेट में आ गई, जिससे उनकी मौत हो गई. स्थानीय लोग और परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे थे. 

सुरक्षा व्यवस्था की गारंटी नहीं मिलती तब तक चलेगी हड़ताल

मारपीट की घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया है. ओपीडी सेवा ठप हो गया है. अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया की जब तक सुरक्षा की गारंटी सरकार नहीं देगी. तब तक हड़ताल जारी रहेगा. शिकारपुर थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है दोनों पक्षों से आवेदन लेकर आगे की कार्यवाही कर रही है.

हालांकि इस पूरे घटना पर पुलिस पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. क्योंकि मौके पर पुलिस मौजूद थी फिर भी इस घटना को रोक नहीं पाई. वहीं पुलिस के सामने की घटना से साफ है कि लोगों में कानून का खौफ बिलकुल नहीं दिख रहा है.

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