
- गोपालगंज पुलिस ने खुर्द गांव में साइबर फ्रॉड मामले में एक करोड़ पांच लाख की नकदी और ज्वेलरी बरामद की
- छापेमारी में 85 पासबुक, 75 एटीएम, 28 चेकबुक, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, लैपटॉप, मोबाइल फोन जब्त की गई.
- बरामद अधिकांश एटीएम और पासबुक बेंगलुरु और रांची से कूरियर के माध्यम से मंगाए गए थे.
बिहार के गोपालगंज जिले की पुलिस ने साइबर फ्रॉड से जुड़े एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए ₹1 करोड़ 5 लाख 49 हजार 850 की नकदी और करोड़ों रुपए मूल्य की ज्वेलरी बरामद की है. यह बरामदगी गोपालगंज की साइबर पुलिस द्वारा थावे के अमेठी खुर्द गांव में की गई छापेमारी के दौरान हुई.
मौके से कई चीजें भी जब्त
- 85 बैंकों के पासबुक
- 75 बैंकों के एटीएम
- 28 चेकबुक
- एक पासपोर्ट
- दो ड्राइविंग लाइसेंस
- एक कारतूस
- लैपटॉप और मोबाइल फोन
साइबर फ्रॉड का तरीका और कनेक्शन
साइबर डीएसपी अवंतिका दिलीप के अनुसार, बरामद किए गए अधिकतर एटीएम और पासबुक का संबंध बेंगलुरु और रांची से है, जिन्हें कूरियर के माध्यम से यहां मंगाया गया था. पुलिस का दावा है कि ये अपराधी बैंकों के डिटेल्स को खरीदते और बेचते भी थे, जिससे यह पूरा मामला साइबर फ्रॉड से जुड़ा हुआ है.

पुलिस ने जिस घर से इतनी बड़ी मात्रा में कैश और अन्य चीजें बरामद की हैं, उसी घर के दो सदस्यों, आदित्य कुमार और अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ कर रही है कि इन पैसों का इस्तेमाल हवाला या विधानसभा चुनाव में तो नहीं होना था, हालांकि पुलिस ने अभी तक ऐसे किसी कनेक्शन से इनकार किया है. वर्तमान में, पुलिस साइबर फ्रॉड के तरीके, साथ ही पैसे के लेन-देन (बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज) की गहराई से जांच कर रही है.
बरामद राशि को लेकर पुलिस अधिकारियों के बयानों में विरोधाभास दिखा है. कल, थावे थानाध्यक्ष ने फोन पर बरामद राशि ₹1 करोड़ 8 लाख 39 हजार 300 बताई थी, जबकि आज (पीसी के दौरान) साइबर डीएसपी अवंतिका दिलीप ने आधिकारिक तौर पर यह राशि ₹1 करोड़ 5 लाख 49 हजार 850 होने की पुष्टि की है.
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