लोजपा नेता चिराग पासवान ने रविवार को आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और उसकी सहयोगी भाजपा एक-दूसरे को परास्त करने के लिए ‘अपने-अपने एकनाथ शिंदे' की तलाश में जुटी हुई हैं. चिराग ने दोनों दलों पर केवल ‘सत्ता के लिए गठबंधन में रहने और भाजपा पर वैचारिक मुद्दों पर नीतीश के सामने आत्मसमर्पण करने का आरोप लगाया.
पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, चिराग ने यह दावा भी किया कि नीतीश भाजपा को प्रदेश में संख्या बल के अनुसार दूसरे नंबर पर लाने की कोशिश में लगे हुए थे और उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एआईएमआईएम के चार विधायकों को राजद में शामिल कराने में ‘भूमिका निभाई'.
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जमुई से सांसद चिराग ने दावा किया, ‘यह सर्वविदित है कि एआईएमआईएम विधायक जदयू के संपर्क में थे क्योंकि उनका उस पार्टी (जदयू) में अधिक भविष्य नहीं था, इसलिए वे राजद में शामिल हो गए. एआईएमआईएम में टूट के पीछे नीतीश का हाथ था, जिसके परिणामस्वरूप अब राजद ने भाजपा से सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा छीन लिया है.'
महाराष्ट्र में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम के संदर्भ में चिराग ने बिहार में सत्तासीन इन दोनों दलों के बारे में कहा, ‘दोनों पार्टियां सिर्फ सत्ता के लिए साथ हैं. दोनों पार्टियां एक-दूसरे को परास्त करने के लिए ‘अपने-अपने एकनाथ शिंदे' की तलाश में जुटी हुई हैं.'
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दरअसल हाल में महाराष्ट्र में शिवसेना के विधायक एकनाथ शिंदे ने पार्टी के कई विधायकों के साथ मिलकर बगावत कर दी थी, जिसके चलते राज्य की तीन दलों की गठबंधन सरकार गिर गई. चिराग ने उन्हीं एकनाथ शिंदे की ओर इशारा करते हुए यह टिप्पणी की.
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