
Pashupati Paras: पासवान परिवार का संपत्ति विवाद अब खुलकर दुनिया के सामने आ गया है. रामविलास पासवान के जाने के बाद उनके बेटे चिराग पासवान और भाई पशुपति कुमार पारस के बीच सियासी लड़ाई शुरू हुई, जिसके बाद पार्टी के दो टुकड़े हो गए. अब ऐसा लगता है कि संपत्ति के बंटवारे का भी समय आ गया है. पशुपति पारस ने साफ कर दिया है कि दल बंट गया, तो जुड़ सकता हैं, लेकिन दिल बंट गया, तो नहीं जुड़ता... दिल्ली से शहरबन्नी तक बंटवारा होगा. पासवान परिवार का ये संपत्ति विवाद तक शुरू हुआ, जब चिराग पासवान की बड़ी मां यानी स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने आरोप लगाया है कि उनके कमरों में ताला लगा दिया गया. उन्होंने रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस और रामचंद्र पासवान की पत्नी पर घर से निकालने का आरोप लगाया है.
'दल बंट गया तो दिल भी बंट गया'
संपत्ति विवाद पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि दल बंट गया तो जुड़ सकता है, लेकिन दिल बंट गया, तो नहीं जुड़ता है. अब दिल्ली से शहरबन्नी तक बंटवारा होगा. हाजीपुर में मीडिया से बात करते पशुपति पारस ने कहा, 'दल बंट गया तो दिल भी बंट गया, घर से लेकर दिल्ली तक संपत्ति का बंटवारा होना चाहिए. घर शहरबनी, खगड़िया, पटना और दिल्ली तक का संपत्ति का बंटवारा हो. पासवान जी का परिवार आधा ले और आधा भाभी जी को दिया जाए. हम लोग यही चाहते हैं.'

'रामविलास पासवान की संपत्ति में दो हिस्से होने चाहिए'
हालांकि, पशुपति पारस ने कहा कि हम तीन भाई हैं, तीनों भाई का अलग-अलग बराबर का हिस्सा है, लेकिन रामविलास पासवान की संपत्ति में दो हिस्से होने चाहिए. पशुपति पारस ने कहा कि राजकुमारी देवी अंगूठा लगाती हैं, लेकिन सिग्नेचर कर कर गलत तरीके से फिर किया गया है सब की जांच होगी या विधानसभा चुनाव को लेकर यह सब किया गया है सच्चाई सामने आएगा कभी भी हम तीनों भाइयों के बीच में विवाद नहीं हुआ यह पूरा देश दुनिया जानता है , और हम परिवार की विवाद को सामने नहीं लाना चाहते हैं परिवारिक लड़ाई को बाजार में नहीं लाना चाहते हैं घर की लड़ाई घड़ ही में रहने देना चाहिए
'चिराग पासवान ने पिता की इच्छा के विरुद्ध वक्फ बिल...'
वहीं, वफ्फ बिल का विरोध करते हुए पुशपति पारस ने कहा कि जो अकलियत की साथी हैं, वह हमारे देश भारत हिंदुस्तान के हैं, उनके साथ अन्याय हुआ है. भारत एक बगीचा है, जिसमें सभी प्रकार के फूल खिलते हैं, जिसमें सभी धर्म के लोग हैं. हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई सबका अपना मौलिक अधिकार है. भारत के बगीचे में सभी फूलों को खिलना चाहिए. लोकसभा में जिस तरीके से बिल आया है और राज्यसभा में भी बिल पास हुआ है, मैं इसका विरोध करता हूं. हमारा पार्टी खुलकर विरोध करती है. चिराग पासवान पर चाचा पशुपति पारस ने कहा कि बिल का सपोर्ट करके चिराग पासवान अपने पिता की इच्छा के विरुद्ध काम किया है, जो अपने पिता को भगवान मानता है, उसने अपने पिता की इच्छा के विरोध में लोकसभा में बिल का सपोर्ट किया है.

बता दें कि रामविलास पासवान ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली शादी राजकुमारी देवी से हुई थी, जबकि उन्होंने दूसरी शादी रीना शर्मा से की थी. बताया गया कि शहरबन्नी के आवास के कुछ कमरों में पशुपति कुमार पारस के परिजनों ने मालिकाना हक जताते हुए ताला लगा दिया. इस मामले के बाद राजकुमारी देवी आहत हैं. राजकुमारी कहती हैं कि इन लोगों ने पहले ही सभी खेत ले लिए हैं. हम एक शब्द नहीं बोले हैं. अब हम बंटवारा चाहते हैं. मेरा जितना है, वह दे दें.
(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a press release)
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