बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार डीके टैक्स के सहारे चल रही है. प्रदेश में ना तो नीतीश कुमार की, ना मुख्य सचिव की और ना ही डीजीपी की चल रही है.
तेजस्वी ने कहा कि एक रिटायर्ड अधिकारी बिहार के पूरे सिस्टम को चला रहा है. बिहार में पूरी तरह से वसूली हो रही है. अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में हेराफेरी का खेल चल रहा है. काबिल अधिकारियों को साइडलाइन कर दिया गया है. बिहार में अब केवल वसूली गैंग सक्रिय है.
वहीं तेजस्वी यादव ने अपने उस बयान पर भी आज सफाई दी, जिसमें उन्होंने इंडिया अलायंस खत्म होने की बात कही थी. तेजस्वी ने कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. मेरा बयान दिल्ली चुनाव के संदर्भ में था. बिहार में इंडिया अलायंस पूरी तरह से कायम है और रहेगा.
उन्होंने चुनाव से पहले वोटरों की संख्या में हुई वृद्धि को लेकर कहा कि चुनाव से पहले ये सब होता ही है. नाम जोड़ा और हटाया जाता है. महाराष्ट्र में भी तो ये हुआ था.
तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के विधायक आलोक मेहता के घर हुई ईडी की कार्रवाई को लेकर कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आएगा ईडी, सीबीआई और आईटी की कार्रवाई विपक्ष के लोगों पर तेज होगी.
बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे आलोक मेहता के आवास पर शुक्रवार सुबह आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी की टीम ने रेड मारी. बता दें कि आलोक मेहता आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के बेहद ही करीबी हैं.
राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव के बीच में बैठे आलोक मेहता
आलोक मेहता बिहार की उजियारपुर विधानसभा सीट से आरजेडी के विधायक हैं और महागठबंधन की सरकार में वह भूमि राजस्व एवं शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. आलोक मेहता साल 2004 में उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी चुने गए थे. मेहता के पिता तुलसी प्रसाद मेहता भी लालू सरकार में मंत्री थे.
बिहार में जब-जब भी महागठबंधन की सरकार बनी तब-तब आलोक मेहता मंत्री बनाए गए हैं. वह पार्टी में भी कई अहम पदों को संभाल चुके हैं. वह राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य हैं और पार्टी के प्रधान महासचिव की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. उन्हें तेजस्वी यादव का राजनीतिक गुरु भी कहा जाता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं