बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आज का दिन बेहद अहम है. महागठबंधन की ओर से गुरुवार को पटना में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है, जिसमें सीटों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकती है. प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले जो पोस्टर जारी किया गया है उसमें सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगाई गई है. इस पोस्टर पर राहुल गांधी को भी जगह नहीं दी गई है. हालांकि कई सीटों पर अब भी “दोस्ताना संघर्ष” जारी है, यानी एक ही महागठबंधन के घटक दलों के उम्मीदवार आमने-सामने नजर आ रहे हैं.
इधर, दूसरे चरण के लिए नाम वापसी की आज अंतिम तारीख है. ऐसे में कई उम्मीदवारों के फैसले पर नजरें टिकी हैं. महागठबंधन की कोशिश है कि अंतिम समय तक समन्वय बनाकर आंतरिक मतभेदों को खत्म किया जाए ताकि चुनाव में एकजुटता का संदेश दिया जा सके. चुनावी रैलियों और रणनीतिक बैठकों का दौर तेज़ है. सभी दल अपनी ताकत झोंक रहे हैं.
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महागठबंधन का मंच, केवल तेजस्वी यादव की फोटो.. बिहार चुनाव के लिए चेहरे पर क्या इशारा?
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार शुरू करने से पहले आज महागठबंधन दलों की पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले ही एक तस्वीर ने सबका ध्यान खींच लिया है. महागठबंधन के मंच पर एक बैनर लगा है जिसमें सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगी हुई है. बैनर पर लिखा हुआ है चलो बिहार, बिहार बदलें. इस फोटो को एक बड़ा इशारा भी माना जा रहा है. सूत्रों ने कल बताया था कि अगर आरजेडी बिहार में तेजस्वी को सीएम फेस घोषित करने की मांग करेगी तो उसे कोई ऐतराज नहीं होगा क्योंकि बिहार में आरजेडी बड़ी पार्टी है. ये भी पढ़ें
मोहनिया सीट पर बदल गया खेल, श्वेता सुमन आउट, अब रवि पासवान को राजद का सपोर्ट, जानिए समीकरण
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोहनिया सीट का मुकाबला अचानक दिलचस्प हो गया है. आरजेडी उम्मीदवार श्वेता सुमन का नामांकन रद्द होने के बाद पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान को समर्थन देने का फैसला किया है. इससे इस सीट का पूरा समीकरण बदल गया है. रवि पासवान कोई नया चेहरा नहीं हैं. वह सासाराम के पूर्व सांसद छेदी पासवान के बेटे हैं. छेदी पासवान 2014 और 2019 में बीजेपी के टिकट पर सासाराम से सांसद चुने गए थे. इससे पहले वह जेडीयू में थे और मोहनिया विधानसभा सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं. रवि पासवान ने 2015 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली थी. अब आरजेडी के समर्थन से वह फिर मैदान में हैं और सीधा मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार संगीता कुमारी से होने जा रहा है. यहां पढ़ें पूरी खबर
गया जिले में शांतिपूर्ण, स्वच्छ मतदान के लिए 17 अपराधियों को किया गया थाना बदर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर गया जिले में शांतिपूर्ण, स्वच्छ एवं पूरी पारदर्शिता के साथ-साथ भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. गया के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि पूर्व की चुनाव अवधि में चुनाव कार्य में व्यवधान डालने वाले असामाजिक तत्वों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 17 असामाजिक तत्वों के विरुद्ध बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम 2024 की धारा तीन के तहत आदेश पारित करते हुए उपरोक्त को थाना बदर किया गया है. उन्होंने बताया कि इसमें बोधगया क्षेत्र के महेश यादव और उमेश यादव को डोभी थाना क्षेत्र में बदर किया गया है, जबकि चंदौती थाना क्षेत्र के मनीष कुमार को डोभी थाना क्षेत्र में बदर किया गया है. चंदौती थाना क्षेत्र के यादवेन्दु यादव को बेलागंज थाना क्षेत्र में बदर किया गया है.
टिकट बंटवारे से नाराज राजद नेताओं का सामूहिक इस्तीफा
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को बड़ा झटका लगा है. टिकट वितरण में उपेक्षा और पक्षपात के आरोप लगाते हुए पार्टी के अति पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ से जुड़े 50 नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. दरभंगा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाराज नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए और खुलकर अपनी बातें रखी. इस्तीफा देने वालों में प्रमुख नामों में भोला सहनी (प्रदेश महासचिव), कुमार गौरव (प्रदेश उपाध्यक्ष), गोपाल लाल देव (प्रधान महासचिव), श्याम सुंदर कामत (जिला महासचिव), सुशील सहनी (प्रदेश सचिव) सहित कई जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी शामिल हैं.