
बिहार बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची बुधवार को जारी की. इस सूची में पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा का भी नाम है. बीजेपी ने उन्हें बक्सर सीट से उम्मीदवार बनाया है. भारतीय पुलिस सेवा के 2011 बैच के असम कैडर के अधिकारी आनंद मिश्रा ने 2024 में नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति शुरू की थी. उन्होंने बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस साल अगस्त में ही वो बीजेपी में शामिल हुए हैं.
बक्सर में 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार पुलिस के पूर्व प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे टिकट की रेस में थे. लेकिन बीजेपी ने पूर्व डीजीपी की जगह पूर्व कांस्टेबल परशुराम चौबे पर भरोसा जताया था. लेकिन वो करीब चार हजार वोट से चुनाव हार गए थे. परशुराम चौबे को 55 हजार 525 वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी को 59 हजार 417 वोट मिले थे. इस सीट से कांग्रेस के संजय तिवारी 2015 से जीत रहे हैं.
ब्राह्मणों की प्रभाव वाली सीट
बक्सर एक ब्राह्मणों की बहुलता और प्रभाव वाली सीट है. लेकिन बीजेपी 2010 के बाद से यह सीट नहीं जीत पाई है. साल 2010 में इस सीट पर बीजेपी की सुखदा पांडेय ने जीत दर्ज की थी. वहीं 2015 और 2020 में इस सीट पर कांग्रेस के संजय कुमार तिवारी ने जीत दर्ज की थी. ब्राह्मण बहुल इस इलाके में नया और चर्चित चेहरा उतार कर कांग्रेस को चुनौती दी है.
आनंद मिश्रा ने 2024 में भारतीय पुलिस सेवा से त्यागपत्र दे दिया था. वो 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे. राजनीति में आने के लिए ही मिश्रा ने नौकरी छोड़ी थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया था. बीजेपी का टिकट नहीं मिलने के बाद वो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बक्सर लोकसभा सीट के मैदान में उतरे. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वो 47 हजार से अधिक वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे थे. बक्सर से राष्ट्रीय जनता दल के सुधाकर सिंह ने बीजेपी के मिथिलेश तिवारी को हराया था.
जन सुराज पार्टी से आए हैं बीजेपी में
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद आनंद मिश्रा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए थे. इस साल अगस्त में वो जन सुराज छोड़कर बीजेपी की सदस्यता दे ली थी. बीजेपी में शामिल होने के बाद मिश्रा ने 'एनडीटीवी' से कहा था कि वे आजीवन बीजेपी में ही रहेंगे.उन्होंने कहा था, ''मैं चुनाव लड़ने नहीं आया हूं, बल्कि बेहतर बक्सर और बेहतर बिहार बनाने के लिए आया हूं.''
आनंद मिश्रा ने जब बीजेपी ज्वाइन किया था तो प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा था कि आनंद मिश्रा को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने कहा था कि आनंद मिश्रा जैसे नेताओं को एक जिले तक नहीं पूरे बिहार में काम में लगाया जाएगा.
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