बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इसके तहत राज्य के अंदर कहीं भी शराब पीना या इससे जुड़ा किसी भी तरह का कोई भी कारोबार गैरकानूनी है. लेकिन इसके बावजूद यह कानून कितना प्रभावी है, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है. यही कारण है कि बिहार में शराब माफिया और तस्करों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. ताजा मामला बेगूसराय जिला के नावकोठी थाना क्षेत्र का है. यहां अवैध शराब ले जाने की गुप्त सूचना मिलने के बाद बीती रात जांच के दौरान एक पुलिस अधिकारी ने एक कार को रुकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने वाहन रोकने के बजाय उन्हें टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई.
नावकोठी क्षेत्र की पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक ऑल्टो कार से कोई व्यक्ति शराब ले जा रहा है. इस पर कार्रवाई के लिए रात में गश्ती वाहन को भेजा गया था. उसमें पुलिस अवर निरीक्षक खमास चौधरी थे. चौधरी ने रात में 12:30 बजे पुलिस की गाड़ी छतौना बुढ़ी गंडक नदी पुल के पास खड़ी कर दी. वे ऑल्टो कार को रोकने के लिए रोड पर खड़े हो गए. उनके साथ तीन होम गार्ड जवान भी थे.
ऑल्टो कार के ड्राइवर ने पुलिस का वाहन देखकर अपनी कार की स्पीड बढ़ा दी और खामस चौधरी को टक्कर मार दी. इससे वे नीचे गिर गए और पत्थर से सिर पर चोट लगने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई. एक अन्य होम गार्ड जवान को भी चोट लगी. उसका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के तुरंत बाद एसडीपीओ बखरी, नावकोठी के थानाध्यक्ष के साथ भारी संख्या में पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए.
पुलिस ने आल्टो गाड़ी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
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