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राम के बाद सीता: पुनौराधाम मंदिर परिसर की आधारशिला रखेंगे अमित शाह, बिहार चुनाव से पहले क्या है सियासी संदेश?

मंत्रोच्चार के बीच 67 एकड़ में फैले भव्य मंदिर के पुनर्विकास संबंधी परियोजना की आधारशिला रखी जाएगी. राज्य पर्यटन विभाग ने इस परियोजना की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके 11 महीने के भीतर पूरा होने की संभावना है.

राम के बाद सीता: पुनौराधाम मंदिर परिसर की आधारशिला रखेंगे अमित शाह, बिहार चुनाव से पहले क्या है सियासी संदेश?
अमित शाह रखेंगे बिहार के जानकी मंदिर परिसर की आधारशिला.
  • गृहमंत्री अमित शाह आठ अगस्त को बिहार के सीतामढ़ी में माता जानकी मंदिर परिसर की आधारशिला रखेंगे.
  • 67 एकड़ में फैले इस भव्य मंदिर परिसर का निर्माण 882.87 करोड़ रुपये की लागत से होगा.
  • बिहार चुनाव से पहले माता जानकी मंदिर के निर्माण को बीजेपी की हिंदुत्व नीति का चुनावी संदेश माना जा रहा है
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पटना:

बिहार के सीतामढ़ी में माता जानकी के मंदिर परिसर के निर्माण की घड़‍ियां खत्‍म होने (Sitamarhi Janki Temple) को हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 8 अगस्त को मंदिर की आधा रशिला रखेंगे. 67 एकड़ में फैले मंदिर परिसर के निर्माण की आधारशिला बिहार चुनाव से पहले अमित शाह  (Amit Shan Bihar Visit) के हाथों रखे जाना काफी अहम माना जा रहा है. हिंदुत्व हमेशा ही बीजेपी का मुख्य एजेंडा रहा है. अयोध्या के राम मंदिर निर्माण का मुद्दा बीजेपी की सरकार में ही सुलझा. इसका फायदा चुनाव में बीजेपी को खूब मिला. यह मुद्दा हमेशा ही पार्टी के चुनावी एजेंडे में शामिल रहा है. ऐसे में बिहार चुनाव से पहले माता जानकी के मंदिर का निर्माण बीजेपी के लिए किसी बड़े दांव से कम नहीं होगा. अमित शाह इसके लिए गुरुवार को बिहार के पुनौराधाम आ रहे हैं. वैसे तो शाह का ये दौरा चुनावी नहीं है. लेकिन चुनाव से पहले माता सता के मंदिर का निर्माण चुनावी रूप से अहम जरूर है. 

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बिहार चुनाव से पहले मंदिर, क्या सियासी संदेश है? 

बिहार चुनाव से पहले माता सीता के मंदिर निर्माण के जरिए बीजेपी यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि हिंदुत्व का मुद्दा हमेशा ही उसके लिए सबसे ऊपर है. राम मंदिर का निर्माण बीजेपी ने जिस तरह से करवाया वैसे ही अब माता सीता के मंदिर का निर्माण भी एनडीए सरकार बिहार में करवा रही है. बीजेपी के लिए हमेशा ही हिंदुत्व का मुद्दा सबसे ऊपर रहा है. जिस तरह से माता सीता का मंदिर इतने कम समय में बनाा जा रहा है वैसे ही बिहार में विकास भी तेजी से कम समय में एनडीए सरकार लगातार करती रहेगी.

अयोध्या राम मंदिर से जानकी मंदिर की तुलना

अयोध्या राम मंदिर का मुद्दा दशकों से राजनीतिक मुद्दा बना हुआ था. कांग्रेस सरकार में ये मुद्दा कभी नहीं सुलझ सका. बीजेपी नेताओं ने सड़क पर उतरकर पुलिस की लाठियां खाकर भी इसे नहीं भुलाया. आखिरकार सालों बाद उनकी ही सरकार ने रामलला को उनकी स्थाई जगह मिल सकी. राम के बाद अब माता सीता की बारी है. अब माता सीता के भव्य मंदिर निर्माण का समय आ गया है. ये कार्य भी एनडीए सरकार ही कर सकती है. वरना पिछली सरकारों ने कभी इस पर ध्यान ही नहीं दिया. जबकि पुनौरा धाम हमेशा से ही श्रद्धालुओं का केंद्र रहा है.

अमित शाह रखेंगे जानकी मंदिर की आधारशिला

पूरा बिहार माता सीता के मंदिर परिसर के भूमिपूजन के लिए तैयार है. इंतजार सिर्फ उस पल का है जब अमित शाह इसकी आधारशिला रखेंगे. नीतीश-अमित शाह की मौजूदगी में दिव्‍य मंत्रोच्‍चारण के बीच मंदिर परिसर का ऐतिहासिक शिलान्यास होगा. खास बात यह है कि यह भव्य मंदिर सिर्फ 11 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. मंदिर परिसर में संग्रहालय, धर्मशाला, सीता वाटिका और ऑडिटोरियम भी होगा. 

 अमित शाह सीतामढ़ी जिले के जिस पुनौराधाम में जानकी मंदिर के पुनर्विकास से जुड़ी परियोजना की आधारशिला रखेंगे, उसे देवी सीता का जन्मस्थान माना जाता है. 882.87 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना के शिलान्यास समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे.

मंत्रोच्चार के बीच रखी जाएगी 67 एकड़ में फैले भव्य मंदिर परिसर की आधारशिला

बीजेपी की बिहार इकाई के प्रवक्ता नीरज कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि अमित शाह द्वारा सीतामढ़ी के पुनौराधाम में ‘जानकी मंदिर' के पुनर्विकास से जुड़ी परियोजना की आधारशिला रखना बिहार के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा. मंत्रोच्चार के बीच 67 एकड़ में फैले भव्य मंदिर के पुनर्विकास संबंधी परियोजना की आधारशिला रखी जाएगी. राज्य पर्यटन विभाग ने इस परियोजना की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके 11 महीने के भीतर पूरा होने की संभावना है. गृह मंत्री शुक्रवार सुबह दरभंगा पहुंचेंगे और वहां से सीतामढ़ी के लिए रवाना होंगे.बता दें कि राज्य मंत्रिमंडल ने एक जुलाई को मंदिर परिसर के एकीकृत विकास के लिए 882.87 करोड़ रुपये मंजूर किए थे.

कुल राशि में से 137 करोड़ रुपये पुराने मंदिर और उसके परिसर के विकास पर खर्च किए जाएंगे, जबकि 728 करोड़ रुपये पर्यटन संबंधी कार्यों के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे. इसके अलावा, 16 करोड़ रुपये 10 वर्षों तक व्यापक रखरखाव पर खर्च किए जाएंगे.

गुरुवार को पुनौराधाम पहुंचेंगे अमित शाह

 राज्य सरकार ने हाल ही में मंदिर के निर्माण और पुनर्विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नौ-सदस्यीय ट्रस्ट का गठन किया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर व्यापक विकास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में तीर्थयात्री (घरेलू और विदेशी) पुनौराधाम आते हैं, जो सीतामढ़ी जिला मुख्यालय से लगभग पांच किलोमीटर पश्चिम में स्थित है.
 

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