गृहमंत्री राजनाथ सिंह की फाइल फोटो
जमुई (बिहार):
केंद्रीय गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सत्तारूढ़ महागठबंधन के भविष्य को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इसमें शामिल दलों की विचारधारा अलग-अलग है। ये सभी अपनी सुविधा के अनुसार गठबंधन में हैं, यह गठबंधन बहुत दिन नहीं चल सकता।
मेंढक से महागठबंधन की तुलना
जमुई के श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि जनता दल (युनाइटेड), आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन की तुलना मेंढक से की जा रही है, जैसे मेंढक को किसी तराजू पर नहीं तौला जा सकता, उसी तरह महागठबंधन भी ज्यादा दिन नहीं चलेगा। ये लोग एक साथ नहीं रह सकते।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा के आह्वान पर राजनाथ ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गो को दिया जा रहा आरक्षण खत्म करने का सवाल ही नहीं है। आरक्षण को लेकर अन्य दल के नेता भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने मतदाताओं से बिहार के सर्वागीण विकास के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनाने की अपील की।
जंगलराज में डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर लालू प्रसाद
वहीं सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में पहले जंगलराज था और अब जंगलराज-दो के लिए सत्ता मांगी जा रही है। एक दिन पहले केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा, 'पहले के जंगलराज में डायरेक्टर, प्रोड्यूसर व एक्टर लालू प्रसाद थे और जंगल राज-दो में भी डायरेक्टर, प्रोड्यूसर लालू जी हैं, लेकिन एक्टर नीतीश कुमार बन गए हैं। महागठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए ये एक हो गए हैं।'
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। महागठबंधन सवाल उठा रहा है कि क्या मोदी ही बिहार के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी संभालेंगे? भाजपा नेताओं के बयानों से ऐसा लग भी रहा है। ऐसे बयान शायद मतदाताओं में भ्रम पैदा करने के लिए दिए जा रहे हैं।
मेंढक से महागठबंधन की तुलना
जमुई के श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि जनता दल (युनाइटेड), आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन की तुलना मेंढक से की जा रही है, जैसे मेंढक को किसी तराजू पर नहीं तौला जा सकता, उसी तरह महागठबंधन भी ज्यादा दिन नहीं चलेगा। ये लोग एक साथ नहीं रह सकते।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा के आह्वान पर राजनाथ ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गो को दिया जा रहा आरक्षण खत्म करने का सवाल ही नहीं है। आरक्षण को लेकर अन्य दल के नेता भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने मतदाताओं से बिहार के सर्वागीण विकास के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनाने की अपील की।
जंगलराज में डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर लालू प्रसाद
वहीं सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में पहले जंगलराज था और अब जंगलराज-दो के लिए सत्ता मांगी जा रही है। एक दिन पहले केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा, 'पहले के जंगलराज में डायरेक्टर, प्रोड्यूसर व एक्टर लालू प्रसाद थे और जंगल राज-दो में भी डायरेक्टर, प्रोड्यूसर लालू जी हैं, लेकिन एक्टर नीतीश कुमार बन गए हैं। महागठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए ये एक हो गए हैं।'
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। महागठबंधन सवाल उठा रहा है कि क्या मोदी ही बिहार के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी संभालेंगे? भाजपा नेताओं के बयानों से ऐसा लग भी रहा है। ऐसे बयान शायद मतदाताओं में भ्रम पैदा करने के लिए दिए जा रहे हैं।
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