भोपाल:
मध्यप्रदेश के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्त ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की सभी कमियों को पिछले साल ही दूर कर लिया गया।
व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश और कुछ सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ियां और इसमें कुछ राजनीतिज्ञों एवं उच्च पदस्थ अधिकारियों की कथित संलिप्तता सामने आने के बाद पूरा घोटाला पिछले वर्ष सुखिर्यों में बना रहा।
पिछले वर्ष ही दुरुस्त की गई कमियां
गुप्त ने कहा, ‘गड़बड़ियां सामने आने पर हमने पिछले वर्ष ही व्यापमं की प्रवेश एवं सरकारी नौकरियों में भर्ती की परीक्षा प्रणाली को दुरुस्त कर दिया था। इसके साथ ही इस पूरी व्यवस्था की कमियां दुरुस्त कर दी गई हैं। भर्ती परीक्षाओं को ऑनलाइन करने की पहल की है। हमने पिछले साल भर्ती परीक्षाओं को सफलतापूर्वक ऑनलाइन सम्पन्न कराया।’ उन्होंने कहा कि व्यापमं ने उन कुछ परीक्षा निरीक्षकों को पुरस्कृत भी किया है, जिन्होंने प्रवेश एवं भर्ती परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा की गई गड़बड़ियां पकड़ी थीं।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘परीक्षा निरीक्षकों को पुरस्कृत करने का फायदा मिला। हमने पांच परीक्षा निरीक्षकों को पचास हजार रुपये और एक परीक्षा निरीक्षक को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम व्यापमं द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं की प्रक्रिया को दोषरहित, बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’
मुन्ना भाई पकड़ने के लिए दिया गया इनाम
परीक्षा निरीक्षक सुनील पाण्डे, रहमत अली एवं दीपक चौरसिया (सभी सतना निवासी) तथा भोपाल जिले के अंशुल सरावगी एवं प्रशांत पाण्डे ने बताया कि उनको वन रक्षक भर्ती परीक्षा में किसी अन्य उम्मीदवार के स्थान पर परीक्षा दे रहे ‘मुन्नाभाई’ को पकड़ने के लिए पचास-पचास हजार रुपये का इनाम मिला है। जबलपुर जिले के सुनील रक्षित ने कहा कि उन्हें जेल प्रहरी परीक्षा में किसी उम्मीदवार के स्थान पर ऑनलाइन परीक्षा दे रहे ‘मुन्नाभाई’ को पकड़ने के लिए एक लाख रुपये का इनाम दिया गया है।
व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश और कुछ सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ियां और इसमें कुछ राजनीतिज्ञों एवं उच्च पदस्थ अधिकारियों की कथित संलिप्तता सामने आने के बाद पूरा घोटाला पिछले वर्ष सुखिर्यों में बना रहा।
पिछले वर्ष ही दुरुस्त की गई कमियां
गुप्त ने कहा, ‘गड़बड़ियां सामने आने पर हमने पिछले वर्ष ही व्यापमं की प्रवेश एवं सरकारी नौकरियों में भर्ती की परीक्षा प्रणाली को दुरुस्त कर दिया था। इसके साथ ही इस पूरी व्यवस्था की कमियां दुरुस्त कर दी गई हैं। भर्ती परीक्षाओं को ऑनलाइन करने की पहल की है। हमने पिछले साल भर्ती परीक्षाओं को सफलतापूर्वक ऑनलाइन सम्पन्न कराया।’ उन्होंने कहा कि व्यापमं ने उन कुछ परीक्षा निरीक्षकों को पुरस्कृत भी किया है, जिन्होंने प्रवेश एवं भर्ती परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा की गई गड़बड़ियां पकड़ी थीं।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘परीक्षा निरीक्षकों को पुरस्कृत करने का फायदा मिला। हमने पांच परीक्षा निरीक्षकों को पचास हजार रुपये और एक परीक्षा निरीक्षक को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम व्यापमं द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं की प्रक्रिया को दोषरहित, बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’
मुन्ना भाई पकड़ने के लिए दिया गया इनाम
परीक्षा निरीक्षक सुनील पाण्डे, रहमत अली एवं दीपक चौरसिया (सभी सतना निवासी) तथा भोपाल जिले के अंशुल सरावगी एवं प्रशांत पाण्डे ने बताया कि उनको वन रक्षक भर्ती परीक्षा में किसी अन्य उम्मीदवार के स्थान पर परीक्षा दे रहे ‘मुन्नाभाई’ को पकड़ने के लिए पचास-पचास हजार रुपये का इनाम मिला है। जबलपुर जिले के सुनील रक्षित ने कहा कि उन्हें जेल प्रहरी परीक्षा में किसी उम्मीदवार के स्थान पर ऑनलाइन परीक्षा दे रहे ‘मुन्नाभाई’ को पकड़ने के लिए एक लाख रुपये का इनाम दिया गया है।
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