गुवाहाटी:
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए सोमवार को होने वाले मतदान में 126 विधानसभा में से 65 सीटों पर 539 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस, बीजेपी-अगप-बीपीएफ गठबंधन और एआईयूडीएफ के बीच में कड़ा मुकाबला है।
45,95,712 महिला सहित 95,11,732 मतदाता 12,190 मतदान केन्द्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यहां पर चुनाव कार्यालय ने रविवार देर शाम तक भी संवदेनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों की सूची जारी नहीं की थी।
बराक घाटी में करीमगंज जिले से लगे भारत-बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया गया है और राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। ऊपरी असम, पहाड़ी जिलों, उत्तरी घाटों और बराक घाटी में फैले 65 विधानसभाओं में 40,000 से अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
48,000 से अधिक चुनाव कर्मचारियों को पहले चरण के लिए तैनात किया गया है। पहले चरण में सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी-अगप-बीपीएफ गठबंधन के बीच अधिकांश रूप से सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा, जबकि एआईयूडीएफ ने 27 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं जहां पर तिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
कांग्रेस पहले चरण के सभी 65 विधानसभाओं में चुनाव लड़ रही है जबकि बीजेपी 54 और उसके गठबंधन सहयोगी अगप 11 और बीपीएफ तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एआईयूडीएफ 27, भाकपा और माकपा 10-10 और सीपीआई (माले) (लिबरेशन) छह सीटों पर मैदान में है। गैर मान्यता प्राप्त दलों से 60 जबकि 13 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं।
पहले चरण के लिए सुरक्षाबलों की 535 कंपनियां तैनात
पहले चरण के मतदान के लिए 53 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। असम के मुख्य चुनाव अधिकारी विजयेंद्र ने रविवार को गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा कि 535 कंपनियों में से 433 केन्द्रीय बलों की तथा 102 राज्य पुलिस की कंपनियां हैं। एक कंपनी में करीब सौ जवान होते हैं।
विजयेंद्र ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों और शहरी क्षेत्रों के 82 प्रतिशत केन्द्रों को 'एक-एक केन्द्रीय कंपनी के आधे भाग' से कवर किया जाएगा। जिला एवं उपसंभागीय मुख्यालय पर एक-एक तथा स्ट्रांग रूम में एक प्लाटून की तैनाती की जाएगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
45,95,712 महिला सहित 95,11,732 मतदाता 12,190 मतदान केन्द्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यहां पर चुनाव कार्यालय ने रविवार देर शाम तक भी संवदेनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों की सूची जारी नहीं की थी।
बराक घाटी में करीमगंज जिले से लगे भारत-बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया गया है और राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। ऊपरी असम, पहाड़ी जिलों, उत्तरी घाटों और बराक घाटी में फैले 65 विधानसभाओं में 40,000 से अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
48,000 से अधिक चुनाव कर्मचारियों को पहले चरण के लिए तैनात किया गया है। पहले चरण में सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी-अगप-बीपीएफ गठबंधन के बीच अधिकांश रूप से सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा, जबकि एआईयूडीएफ ने 27 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं जहां पर तिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
कांग्रेस पहले चरण के सभी 65 विधानसभाओं में चुनाव लड़ रही है जबकि बीजेपी 54 और उसके गठबंधन सहयोगी अगप 11 और बीपीएफ तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एआईयूडीएफ 27, भाकपा और माकपा 10-10 और सीपीआई (माले) (लिबरेशन) छह सीटों पर मैदान में है। गैर मान्यता प्राप्त दलों से 60 जबकि 13 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं।
पहले चरण के लिए सुरक्षाबलों की 535 कंपनियां तैनात
पहले चरण के मतदान के लिए 53 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। असम के मुख्य चुनाव अधिकारी विजयेंद्र ने रविवार को गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा कि 535 कंपनियों में से 433 केन्द्रीय बलों की तथा 102 राज्य पुलिस की कंपनियां हैं। एक कंपनी में करीब सौ जवान होते हैं।
विजयेंद्र ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों और शहरी क्षेत्रों के 82 प्रतिशत केन्द्रों को 'एक-एक केन्द्रीय कंपनी के आधे भाग' से कवर किया जाएगा। जिला एवं उपसंभागीय मुख्यालय पर एक-एक तथा स्ट्रांग रूम में एक प्लाटून की तैनाती की जाएगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)