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एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता ने एक बार फिर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद जयललिता की सरकार ने कुछ अहम ऐलान भी किए हैं। इसमें किसानों का कर्ज़ माफ करना और हर घर में 100 यूनिट बिजली मुफ्त देना शामिल है। इसके अलावा अम्मा की सरकार ने सरकारी स्कूलों में बच्चों को नाश्ता देने का ऐलान भी किया है। साथ ही शराब की 500 दुकानें बंद होंगी और जो हैं वे सुबह 10 की जगह 12 बजे से रात 10 बजे तक खुलेंगी।
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लगातार दूसरी बार सीएम की शपथ
गौरतलब है कि जयललिता ने छठीं बार और लगातार दूसरी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ 28 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की है। जयललिता के लिए चेन्नई सभागार का विशेष महत्व है क्योंकि उन्होंने पहली बार 24 जून 1991 को यहीं मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तत्कालीन राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह ने उन्हें शपथ दिलायी थी।
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सभागार के बाहरी और भीतरी दोनों हिस्सों को सजाया गया है। इसके अलावा पूरे भवन को आकषर्क रोशनी से भी सजाया गया है। सभागार परिसर के अलावा फोर्ट सेंट जार्ज में मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगियों के कक्षों का भी नए सिरे से रंग रोगन किया गया है।
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68 साल की जयललिता ने अपने चौथे कार्यकाल के लिए शपथ ली है। उनका पहला कार्यकाल 1991 से 96 के बीच था जबकि दूसरा कार्यकाल 2001 से 2006 और तीसरा 2011 से 2016 के बीच रहा। तांसी मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के कारण वह सितंबर 2001 से करीब छह महीने तक पद से दूर रही थीं। 29 सितंबर 2014 से 22 मई 2015 के बीच एक बाद फिर वह पद से दूर रहीं। इस बार भ्रष्टाचार के एक मामले में बेंगलुरू की एक अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के कारण उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी। बाद में कर्नाटक उच्च न्याायालय ने उस फैसले को खारिज कर दिया था।
(इनपुट भाषा से भी)
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