Written by मोहित एम राव, Translated by विवेक रस्तोगी, कर्नाटक चुनाव से पहले BJP ने दो साहसिक कदम उठाए थे - आमतौर पर कर्नाटक में BJP की बागडोर संभालते रहे मज़बूत लिंगायत राजनेताओं पर निर्भरता को कम कर दिया, और अलोकप्रिय माने जाने वाले विधायकों के टिकट काट दिए. उस वक्त BJP के रणनीतिकारों का कहना था, यह सत्ता-विरोधी लहर का मुकाबला करने के लिए गुजरात और मध्य प्रदेश से अपनाई गई रणनीति थी, जहां 'हिन्दुत्व' अक्सर जातिगत हिसाब-किताब और विधायकों के व्यक्तिगत प्रभाव पर भारी पड़ता रहा है.