अहमदाबाद:
पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने शनिवार को सौराष्ट्र क्षेत्र में कई स्थानों पर रोडशो किया। अहमदाबाद जिला स्थित उनके गृह नगर वीरमगाम में उनका शानदार स्वागत किया गया। हार्दिक के गुजरात छोड़ने की 48 घंटे की समयसीमा रविवार को समाप्त हो रही है।
22 हार्दिक रविवार को राजस्थान के उदयपुर के लिए रवाना होंगे जहां पर वह अगले छह महीने रुकेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति में रुचि नहीं है और वह अपने समुदाय के लिए काम कर रहे हैं, जो उनके लिए सबसे अधिक मायने रखता है।
शुक्रवार को सूरत के लाजपुर जेल से बाहर आने के बाद हार्दिक ने कहा था कि वह अपने समुदाय के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण के लिए आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने शनिवार को अपने रोडशो के दौरान एक बार फिर स्पष्ट किया और कहा कि उन्होंने आंदोलन को पुनर्जीवित करने के लिए एक योजना तैयार की है।
शुक्रवार रात सूरत से अहमदाबाद पहुंचने पर सैकड़ों समर्थकों ने उनका स्वागत किया। 'आप' नेताओं - आशुतोष और कनूभाई कलसारिया ने हार्दिक से मिलने का प्रयास किया, लेकिन उनके आसपास भारी भीड़ के चलते नहीं मिल पाए।
शनिवार सुबह हार्दिक अपने गृह नगर वीरमगाम पहुंचे जहां उन्होंने अपने परिवार के देवता के मंदिर में पूजा की और अपने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। वह बोटाद जिले के सारंगपुर रवाना हो गए, जहां उन्होंने भगवान हनुमान के मंदिर में पूजा अर्चना की। रास्ते में लाठीदाद गांव में गांववालों ने एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए उन्हें दान किये हुए रक्त से तौला। गांववालों ने उन्हें उपहार में तलवार भी दी।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
22 हार्दिक रविवार को राजस्थान के उदयपुर के लिए रवाना होंगे जहां पर वह अगले छह महीने रुकेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति में रुचि नहीं है और वह अपने समुदाय के लिए काम कर रहे हैं, जो उनके लिए सबसे अधिक मायने रखता है।
शुक्रवार को सूरत के लाजपुर जेल से बाहर आने के बाद हार्दिक ने कहा था कि वह अपने समुदाय के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण के लिए आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने शनिवार को अपने रोडशो के दौरान एक बार फिर स्पष्ट किया और कहा कि उन्होंने आंदोलन को पुनर्जीवित करने के लिए एक योजना तैयार की है।
शुक्रवार रात सूरत से अहमदाबाद पहुंचने पर सैकड़ों समर्थकों ने उनका स्वागत किया। 'आप' नेताओं - आशुतोष और कनूभाई कलसारिया ने हार्दिक से मिलने का प्रयास किया, लेकिन उनके आसपास भारी भीड़ के चलते नहीं मिल पाए।
शनिवार सुबह हार्दिक अपने गृह नगर वीरमगाम पहुंचे जहां उन्होंने अपने परिवार के देवता के मंदिर में पूजा की और अपने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। वह बोटाद जिले के सारंगपुर रवाना हो गए, जहां उन्होंने भगवान हनुमान के मंदिर में पूजा अर्चना की। रास्ते में लाठीदाद गांव में गांववालों ने एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए उन्हें दान किये हुए रक्त से तौला। गांववालों ने उन्हें उपहार में तलवार भी दी।
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