20 साल बाद बंद हुआ याहू मैसेंजर.
आज कल सबसे ज्यादा फेसबुक, इंस्टाग्राम और जीमेल का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन एक समय था जब सभी को याहू मैसेंजर का चसका था. उसके बिना कोई काम होना मुमकिन नहीं था. 20 साल बाद यानी 17 जुलाई 2018 को याहू मैसेंजर बंद कर दिया गया. ओथ याहू का संचालन करती थी. मंगलवार से इस सेवा को बंद करने का एलान करते हुए याहू ने कहा कि हमने नया और बेहतर कम्युनिकेशन टूल लाने के लिए इसे बंद किया है. याहू ने बीते शुक्रवार को एक बयान में कहा था, "याहू मैसेंजर को 17 जुलाई से बंद कर दिया जाएगा. तब तक आप सेवा का प्रयोग सामान्य तौर पर कर सकते हैं. 17 जुलाई के बाद आप इस पर चैट करने में सक्षम नहीं होंगे और यह कार्य करना बंद कर देगी."
ईमेल करने से पहले ध्यान रखने वाली ख़ास बातें
याहू मैसेंजर अब पूरी तरह से बंद हो चुका है. लेकिन यूजर चैट हिस्ट्री निकाल सकते हैं. याहू ने चैट हिस्ट्री बैकअप लेने के लिए नवंबर 2018 तक का वक्त दिया है. नवंबर के बाद यूजर्स याहू मैसेंजर से चैट हिंस्ट्री नहीं निकाल पाएंगे. बता दें, वाट्सऐप, फेसबुक मैसेंजर और गूगल चैट आने के बाद याहू काफी पिछड़ गया था. कंपनी ने समय के साथ-साथ तकनीकी बदलाव नहीं किए. जिससे उनको काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
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याहू ने कहा, "वर्तमान में याहू मैसेंजर के विकल्प के लिए कोई और उत्पाद उपलब्ध नहीं है." कंपनी ने कहा, "वह लगातार नई सेवाओं और ऐप्स के साथ प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें से एक 'याहू स्कवीरल ' नाम का ऐप भी है, फिलहाल यह बीटा फॉर्म में है." 'स्क्वीरल' एक ग्रुप मैसेंजिंग ऐप है, जिसका याहू ने पिछले साल परीक्षण किया था. याहू ने कहा कि अगले छह महीनों तक उपयोगकर्ता अपने निजी कंप्यूटर या उपकरण में अपना चैट इतिहास डाउनलोड करने में सक्षम होंगे.
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बाकी कंपनियां जहां नई तकनीक लॉन्च कर रही थी तो वहीं याहू मैसेंजर पुरानी तकनीक से ही चल रहा था. ऐसे में यूजर्स ने भी याहू मैसेंजर से दूरी बना ली. याहू ने कहा कि कुछ नए बदलाव के साथ कंपनी अपने नए एप स्क्विरल को याहू मेसेंजर की जगह पेश करने जा रही है. उनका मानना है कि ये नया ऐप लोगों को काफी पसंद आएगा.
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याहू मैसेंजर अब पूरी तरह से बंद हो चुका है. लेकिन यूजर चैट हिस्ट्री निकाल सकते हैं. याहू ने चैट हिस्ट्री बैकअप लेने के लिए नवंबर 2018 तक का वक्त दिया है. नवंबर के बाद यूजर्स याहू मैसेंजर से चैट हिंस्ट्री नहीं निकाल पाएंगे. बता दें, वाट्सऐप, फेसबुक मैसेंजर और गूगल चैट आने के बाद याहू काफी पिछड़ गया था. कंपनी ने समय के साथ-साथ तकनीकी बदलाव नहीं किए. जिससे उनको काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
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याहू ने कहा, "वर्तमान में याहू मैसेंजर के विकल्प के लिए कोई और उत्पाद उपलब्ध नहीं है." कंपनी ने कहा, "वह लगातार नई सेवाओं और ऐप्स के साथ प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें से एक 'याहू स्कवीरल ' नाम का ऐप भी है, फिलहाल यह बीटा फॉर्म में है." 'स्क्वीरल' एक ग्रुप मैसेंजिंग ऐप है, जिसका याहू ने पिछले साल परीक्षण किया था. याहू ने कहा कि अगले छह महीनों तक उपयोगकर्ता अपने निजी कंप्यूटर या उपकरण में अपना चैट इतिहास डाउनलोड करने में सक्षम होंगे.
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बाकी कंपनियां जहां नई तकनीक लॉन्च कर रही थी तो वहीं याहू मैसेंजर पुरानी तकनीक से ही चल रहा था. ऐसे में यूजर्स ने भी याहू मैसेंजर से दूरी बना ली. याहू ने कहा कि कुछ नए बदलाव के साथ कंपनी अपने नए एप स्क्विरल को याहू मेसेंजर की जगह पेश करने जा रही है. उनका मानना है कि ये नया ऐप लोगों को काफी पसंद आएगा.
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