प्रतीकात्मक तस्वीर
मुरादाबाद:
पठानकोट में एयरबेस पर हमले के बाद पंजाब समेत कई दूसरे राज्यों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा उत्तर प्रदेश में भी कई जिलों में अलर्ट जारी किए गए हैं जिसके तहत पुलिस बल को बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के सामान की जांच के लिए खोजी कुत्तों को साथ ले जाने का आदेश भी दिया गया। ऐसे ही एक निर्देश का पालन करते हुए मुरादाबाद जिले के एसएचओ को जब खोजी कुत्ता नहीं मिला तो वह अपने घर के पालतू कुत्ते टॉमी को इस काम के लिए ले आए।
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक ख़बर के मुताबिक एसएचओ राकेश वशिष्ठ ने अपने पालतू कुत्ते टॉमी को यात्रियों के सामान की तलाशी लेने के काम में लगा तो दिया लेकिन यह बेज़ुबान जानवर बहुत जल्द ही थक गया क्योंकि वह इस काम के लिए प्रशिक्षित ही नहीं था।
यह खोजी कुत्ता नहीं है
मामला तब सामने आया जब कुछ यात्रियों ने गौर किया कि वशिष्ठ ने जिस कुत्ते को तलाशी के काम पर लगा रखा है, वह तो दरअसल जर्मन शेपर्ड है और उस दस्ते का है ही नहीं जिसके कुत्ते अक्सर इस काम में लगाए जाते हैं। थोड़ी ही देर में इस घटना की तस्वीरें पुलिस के वरिष्ठ अफसरों तक पहुंच गईं और मुरादाबाद के एसएसपी ने अब इस मामले की जांच के आदेश दे दिया हैं।
यहां एक बात और सामने आ रही है कि वशिष्ठ के इस काम में उनके कुत्ते के अलावा उनका बेटा भी साथ था जो रेलवे के कम्पार्टमेंट में जाकर अपने पिता के काम में हाथ बंटा रहा था। जब इस बारे में एसएचओ से पूछा गया तो जवाब मिला कि बेटा उन्हें ढूंढते हुए रेलवे स्टेशन पहुंच गया और अपने साथ टॉमी को भी ले आया। हालांकि वशिष्ठ के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि उन्होंने पुलिस के खोजी कुत्तों का इस्तेमाल करने के बजाय टॉमी को इस काम पर क्यों लगाया।
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक ख़बर के मुताबिक एसएचओ राकेश वशिष्ठ ने अपने पालतू कुत्ते टॉमी को यात्रियों के सामान की तलाशी लेने के काम में लगा तो दिया लेकिन यह बेज़ुबान जानवर बहुत जल्द ही थक गया क्योंकि वह इस काम के लिए प्रशिक्षित ही नहीं था।
यह खोजी कुत्ता नहीं है
मामला तब सामने आया जब कुछ यात्रियों ने गौर किया कि वशिष्ठ ने जिस कुत्ते को तलाशी के काम पर लगा रखा है, वह तो दरअसल जर्मन शेपर्ड है और उस दस्ते का है ही नहीं जिसके कुत्ते अक्सर इस काम में लगाए जाते हैं। थोड़ी ही देर में इस घटना की तस्वीरें पुलिस के वरिष्ठ अफसरों तक पहुंच गईं और मुरादाबाद के एसएसपी ने अब इस मामले की जांच के आदेश दे दिया हैं।
यहां एक बात और सामने आ रही है कि वशिष्ठ के इस काम में उनके कुत्ते के अलावा उनका बेटा भी साथ था जो रेलवे के कम्पार्टमेंट में जाकर अपने पिता के काम में हाथ बंटा रहा था। जब इस बारे में एसएचओ से पूछा गया तो जवाब मिला कि बेटा उन्हें ढूंढते हुए रेलवे स्टेशन पहुंच गया और अपने साथ टॉमी को भी ले आया। हालांकि वशिष्ठ के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि उन्होंने पुलिस के खोजी कुत्तों का इस्तेमाल करने के बजाय टॉमी को इस काम पर क्यों लगाया।
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