74 Years Old Woman Performs Chhath Puja: कहते हैं, सच्ची भक्ति किसी स्थिति की मोहताज नहीं होती. कुछ ऐसा ही कर दिखाया बिहार की 74 साल की एक दादी मां ने, जो कैंसर से जूझ रही थीं, शरीर बेहद कमजोर था, वजन सिर्फ 31 किलो रह गया था, लेकिन दिल में आस्था की ताकत पहाड़ जैसी थी. 2019 में उन्होंने अपने जीवन की आखिरी छठ पूजा की, जिसने अब सोशल मीडिया पर करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया है.
वायरल वीडियो ने सबको किया इमोशनल (Chhath Puja 2025)
इंस्टाग्राम यूजर @guptajikiladkee (प्रियम गुप्ता) ने इन दादी मां की कहानी शेयर की है. वीडियो में उन्होंने बताया कि कैसे ये बुजुर्ग महिला कीमोथेरेपी के बावजूद हर रीति-रिवाज पूरे मन से निभा रही थीं. जब परिवारवालों ने कहा कि वह कमजोर हैं, आराम करें, तब उन्होंने मुस्कुराकर कहा, 'छठ मैया की पूजा मैं खुद करूंगी.' उनकी आंखों में दर्द नहीं, बल्कि संतोष था कि, वह आखिरी बार भी छठ मैया को अर्घ्य दे पा रही हैं. यह दृश्य देखकर देखने वालों की आंखें नम हो गईं.
बेटे आज भी निभा रहे हैं मां की परंपरा (cancer survivor Chhath story)
वीडियो में प्रियम कहती हैं, 'वह 2019 की छठ थी और वही उनकी आखिरी छठ बन गई. उनके गुजरने के बाद उनके बेटों ने मां की इस परंपरा को जारी रखा. आज भी वे उसी भक्ति और प्रेम से छठ मैया की पूजा करते हैं, जैसे मां करती थीं.' सोशल मीडिया पर यह वीडियो भावनाओं का सैलाब लेकर आया है. हजारों लोगों ने इसे शेयर करते हुए लिखा, 'यही है असली छठ की शक्ति.'
छठ की असली शक्ति 'आस्था, त्याग और प्रेम' (Bihar Chhath Festival)
कई यूजर्स ने इस वीडियो पर लिखा कि, छठ पूजा केवल बिहार या पूर्वांचल का त्योहार नहीं, बल्कि पूरे भारत की आत्मा है. एक यूजर ने लिखा, 'मैं बिहारी नहीं हूं, लेकिन छठ के गानों में जो दिव्यता है, वो दिल को छू जाती है.'
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