दुनिया के अधिकतर देशों से अलग थलग रहने वाला नॉर्थ कोरिया अपने तानाशाह शासक की सनक भरी हरकतों के लिए जाना जाता है. लेकिन इस देश से स्वीडन की एकमात्र शिकायत ऐसी है जिसके बारे में सोचना भी मुश्किल है. स्वीडेन का इस एशियाई देश पर 49 साल पुराना कर्ज है जो समय के साथ बढ़ता ही जा रहा है.
नॉर्थ कोरिया ने 1974 में स्वीडिश कंपनियों को एक हजार 144 मॉडल वोल्वो कार और अन्य मैकेनिकल इक्युपमेंट का ऑर्डर दिया था जिसकी कीमत 73 मिलियन डॉलर थी. ये सामान तो नार्थ कोरिया पहुंच गया लेकिन उनका आजतक भुगतान नहीं किया गया है. अब यह राशि बढ़कर 330 मिलियन डॉलर हो चुकी है. Newsweek के अनुसार नॉर्थ कोरिया फॉरेन कैपिटल और टेक्नोलॉजी तक अपनी पहुंच बनाने के लिए पश्चिमी देशों से इक्युपमेंट मंगवाता था और उनका भुगतान माइनिंग प्रोडक्ट से चुकाने का वादा किया था लेकिन जल्द ही यह साफ हो गया कि उसका भुगतान करने का कोई इरादा नहीं है.
Still going strong. One of the Volvo's from yr 1974 still unpaid for by DPRK. Running as taxi in Chongjin w almost half million km on odo! pic.twitter.com/2FaMpnPow7
— Sweden in Pyongyang (@SwedenDPRK) October 21, 2016
इंटरनेट पर अक्सर वाल्वो कार की पिक्स के साथ नॉर्थ कोरिया के द्वारा इन कारों के नहीं चुकाय गए कर्ज की स्टोरिज सामने आती रहती हैं जिससे लोगों की इस अनोखी लेनदेन के प्रति दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. 2016 में स्वीडन एंबेसी की ओर से ट्वीट किया गया है- "अभी भी मजबूत चल रहा है. 1974 के वोल्वो में से एक का अभी भी DPRK की भुगतान नहीं किया गया है. इसे चोंगजिन में टैक्सी के रूप में चलाया जा रहा है."
NPR की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया में अब भी इन कारों का यूज हो रहा है. अमेरिकी पत्रकार Urban Lehner 1989 में अपनी नार्थ कोरिया की दो सप्ताह की यात्रा के दौरान एक तेज रफ्तार वोल्वो 144 सेडान में सवार हुए थे. Lehner याद करते हैं कि दौरे पर आने वाले पत्रकार आमतौर पर इन कारों में सवार होते थे.
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