ताज महल पर एक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
नई दिल्ली:
काफी दिनों से एक खबर वायरल हो रही है. यूट्यूब में टॉप ट्रेंडिंग में बना एक वीडियो है जहां लिखा है ताजमहल का वो दरवाजा जिसे खोलने से सरकार भी डरती है. इसके खबर के पीछे कितनी सच्चाई है किसी को नहीं पता. लेकिन वायरल वर्ल्ड में ये खबर नंबर वन में बनी हुई है. तो आज हम बात करने वाले हैं ताज महल के उस दरवाजे के बारे में जिसे खोलने से सरकार भी डरती है. जो इस वीडियो में बताया गया है.
पढ़ें- 'खूबसूरत क्रबिस्तान' और 'मंदिर' जैसे विवादों के ढेर पर खड़ा है ताजमहल
वीडियो में बताया गया है कि ताज महल का निर्माण साल 1631 में शुरू करवाया गया था. आज भी ताज महल का निर्माण कुशलता का एक बेमिसाल नमूना कहा जाता है. शोधकर्ताओं ने इस पर कई शोध किए और उनका मानना है कि ताजमहल के नीचे हजार से भी अधिक कमरे हैं. उनका मानना है कि ताजमहल जितना ऊपर है उतना ही है धरती के नीचे बनाया गया है.
पढ़ें- 'प्रेम के प्रतीक' ताजमहल के बारे में कितना जानते हैं आप...?
उस समय कोई भी किला बनाया जाता था तो बाहर निकलने का रास्ता भी बनाया जाता था. ऐसा ही ताजमहल के अंदर भी है. इसके नीचे एक रास्ता भी है जो कहीं दूर बाहर निकलता है. लेकिन उन तहखानों की तरह उस रास्ते को भी शाहजहां के समय से ही बंद करवा दिया गया. ताजमहल के नीचे के इन कमरों को ईटो से ही बंद करवाया गया है.
पढ़ें- ताजमहल के दीदार के लिए पहुंचे UP के CM योगी आदित्यनाथ, झाड़ू लगाकर की शुरुआत
शोधकर्ताओं का मानना है कि इन सीटों को ताजमहल के निर्माण के पश्चात बनाया गया अर्थात इन कमरों को बनाने के पश्चात इन्हें ईटो से ढक दिया गया. ऐसा हक केवल सरकार के पास ही है. शायद उन दरवाजों के पीछे कोई बड़ा खजाना हो सकता है. पुरातत्व शास्त्रियों का मानना है कि उन दरवाजों के पीछे ऐतिहासिक दस्तावेज भी हो सकते हैं जो हमारे इतिहास को बदल कर रख सकते हैं.अब इस खबर में कितनी सच्चाई है इसका कुछ पता नहीं चल पाया है.
पढ़ें- 'खूबसूरत क्रबिस्तान' और 'मंदिर' जैसे विवादों के ढेर पर खड़ा है ताजमहल
वीडियो में बताया गया है कि ताज महल का निर्माण साल 1631 में शुरू करवाया गया था. आज भी ताज महल का निर्माण कुशलता का एक बेमिसाल नमूना कहा जाता है. शोधकर्ताओं ने इस पर कई शोध किए और उनका मानना है कि ताजमहल के नीचे हजार से भी अधिक कमरे हैं. उनका मानना है कि ताजमहल जितना ऊपर है उतना ही है धरती के नीचे बनाया गया है.
पढ़ें- 'प्रेम के प्रतीक' ताजमहल के बारे में कितना जानते हैं आप...?
उस समय कोई भी किला बनाया जाता था तो बाहर निकलने का रास्ता भी बनाया जाता था. ऐसा ही ताजमहल के अंदर भी है. इसके नीचे एक रास्ता भी है जो कहीं दूर बाहर निकलता है. लेकिन उन तहखानों की तरह उस रास्ते को भी शाहजहां के समय से ही बंद करवा दिया गया. ताजमहल के नीचे के इन कमरों को ईटो से ही बंद करवाया गया है.
पढ़ें- ताजमहल के दीदार के लिए पहुंचे UP के CM योगी आदित्यनाथ, झाड़ू लगाकर की शुरुआत
शोधकर्ताओं का मानना है कि इन सीटों को ताजमहल के निर्माण के पश्चात बनाया गया अर्थात इन कमरों को बनाने के पश्चात इन्हें ईटो से ढक दिया गया. ऐसा हक केवल सरकार के पास ही है. शायद उन दरवाजों के पीछे कोई बड़ा खजाना हो सकता है. पुरातत्व शास्त्रियों का मानना है कि उन दरवाजों के पीछे ऐतिहासिक दस्तावेज भी हो सकते हैं जो हमारे इतिहास को बदल कर रख सकते हैं.अब इस खबर में कितनी सच्चाई है इसका कुछ पता नहीं चल पाया है.
देखें वीडियो- अपनी चमक खो रहा है ताजमहल!
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं