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पृथ्वी पर कैसे होते हैं दिन और रात? Video देख फटी रह जाएंगी आंखें, कभी नहीं देखा होगा ऐसा अद्भुत नज़ारा

जिस ग्रह में हम रह रहे हैं उसमें दिन-रात कैसे होते है और आसमान में क्या-क्या होता है, सामने आए वीडियो में देखें नजारा.

पृथ्वी पर कैसे होते हैं दिन और रात? Video देख फटी रह जाएंगी आंखें, कभी नहीं देखा होगा ऐसा अद्भुत नज़ारा
पृथ्वी पर कैसे होते हैं दिन और रात, वीडियो देख फटी रह जाएंगी आंखें

Time lapse Video Of Earth: हर किसी को यह जानने की इच्छा जरूर होती है कि धरती पर दिन-रात कैसे होते हैं. पृथ्वी पर दिन से रात तक का क्या रोटेशन है. यही जानने और इसे अनुभव करने के लिए एक इंडियन एस्ट्रोनॉमर ने हानले (लद्दाख) में भारतीय खगोलीय वेधशाला से पृथ्वी के घूमने का एक आश्चर्यजनक टाइम-लैप्स अपने कैमरे में कैद किया है और इस वीडियो को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए पोस्ट किया है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे दिन से रात और रात से दिन में बदल रहा है. साथ ही दिन-रात के इस फेर में कैसे मिल्की वे का भी प्राकृतिक नजारा देखने को मिल रहा है. बता दें, एस्ट्रोनॉमर को इस नजारे को अपने कैमरे में कैद करने के लिए चार रातें बर्बाद करनी पड़ी हैं और साथ ही कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा.

ऐसे होते हैं दिन और रात ( A Day in Motion Earth Rotation Video)

दिन रात के इस फेरबदल को कैमरे में कैद करने में लद्दाख जैसे ठंडे इलाके में आने वाली समस्याओं में फोन की बैटरी का काम ना करना, स्टोरेज और टाइमर शामिल रहीं. बावजूद इसके खगोलशास्त्री को वो नजारा मिल गया, जिसके लिए उन्हें अपनी चार रातें खराब करनी पड़ीं. इस वीडियो को खुद एस्ट्रोनॉमर ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है. इस वीडियो के कैप्शन में एस्ट्रोनॉमर ने लिखा है, 'दिन मोशन में, पृथ्वी का रोटेशन कैप्चर किया, स्टार्स वैसे के वैसे रहे, लेकिन पृथ्वी कभी भी घूमना नहीं भूलती है, मेरा उद्देश्य पृथ्वी की 24 घंटे की दिनचर्या को कैद करना था, दिन से रात और रात दिन में बार-बार पृथ्वी के रूप को बदलते देखा, शुरू में ओरियन को फ्रेम करने का उद्देश्य था, लेकिन यह मेरे अक्षांश 4 के आकाश में बहुत ऊंचा था, कड़ी ठंड ने चीजों को कठिन बना दिया, बैटरी जल्दी से खत्म हो रही थी'. अब इस नजारे को देखने के बाद लोगों की आंखें भी फटी की फटी रह गई.

देखें Video:

लोगों की आंखें फटी रह गई (Earth Rotation Viral Video)

इस पर एक यूजर ने लिखा है, 'इसे स्कूल के छात्रों को दिखाना चाहिए, भू-विज्ञान में इससे अच्छा प्रैक्टिकल पाठ और कोई नहीं हो सकता है'. दूसरे यूजर ने लिखा है, 'यह प्राकृतिक नजारा देखकर बहुत अच्छा लगा'. तीसरे यूजर ने लिखा है, 'इस तरह की चीजें देखने के बाद मन में सवाल आता है कि जिंदगी ऐसी कई चीजें भी हैं, जिनके बारे में हम इमेजिन भी नहीं कर सकते हैं'. वहीं, इस खगोलशास्त्री का कहना है कि इससे उन्हें बहुत कुछ करने और सीखने को मिला है. उन्होंने बताया कि कई मुसीबतों और कड़ी मेहनत के बाद उनको यह मुकाम हासिल हुआ है. उन्होंने बताया कि एडिटिंग प्रोसेस बहुत कठिन था. उन्हें वीडियो के कुछ हिस्सों को काटना पड़ा क्योंकि फ्रेमिंग सही नहीं हो रही थी. तमाम चुनौतियों के बावजूद उन्होंने दावा किया कि यह प्रयास सार्थक और सफल रहा. वहीं, एस्ट्रोनॉमर ने बताया कि उन्हें विचार तब आया जब किसी ने सुझाव दिया कि उन्हें स्कूली छात्रों को अर्थ रोटेशन के बारे में बताना चाहिए.

ये Video भी देखें:

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