
एक ब्रिटिश बैंक (British bank) ने सभी कर्मचारियों के वेतन में कटौती किए बिना चार दिन का कार्य सप्ताह (four-day work week) शुरू किया है. मतलब ये बैंक अपने कर्मचारियों को हफ्ते में 3 दिन की छुट्टी देगा. एटम बैंक (Atom Bank) का कहना है कि यह ब्रिटेन की सबसे बड़ी कंपनी है जो वेतन में कटौती के बिना अपने कर्मचारियों से सप्ताह में केवल चार दिन काम करवाएगी. सीईओ मार्क मुलेन (CEO Mark Mullen) ने बीबीसी को बताया कि यह नीति, जो 1 नवंबर से प्रभावी हुई थी, कर्मचारियों की भलाई में सुधार के लिए शरु की गई थी.
कर्मचारी अब सप्ताह में 37.5 घंटे के बजाय 34 घंटे काम करते हैं. चार-दिवसीय कार्य सप्ताह की ओर बढ़ना स्वैच्छिक है, और इसका लाभ उठाने वाले कर्मचारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे कार्यालय में रहने वाले दिनों में ज्यादा समय तक काम करेंगे.
सीईओ मार्क मुलेन ने एक बयान में कहा, "महामारी के दौरान एटम ने मॉडर्न वर्कप्लेस से जुड़े मिथकों को भी महसूस किया, जिसमें ऑफिस में बैठकर काम करने की जरूरत भी शामिल है." मुलेन ने कहा कि, "हम दृढ़ता से मानते हैं कि यह हमारे कर्मचारियों की भलाई और खुशी के लिए फायदेमंद साबित होगा और इसका व्यावसायिक उत्पादकता और ग्राहक अनुभव पर समान रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा."
सीएनएन के मुताबिक, एटम बैंक ने मंगलवार को एक घोषणा में कहा कि उसने अपने 430 कर्मचारियों के साप्ताहिक घंटों को भी 37.5 से घटाकर 34 घंटे कर दिया है. कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी या तो सोमवार को छुट्टी पर रहेंगे या फिर शुक्रवार को. ब्रिटिश बैंक की यह पॉलिसी 1 नवंबर से लागू हुई है. इसे बैंक के कर्मचारियों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य और प्रोडक्टिविटी में सुधार को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है. कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी बैंक की 'न्यू वर्क वीक पॉलिसी' (New Work Week Policy) के तहत काम कर रहे हैं.
कंपनी के सीईओ ने कहा, 'नई पॉलिसी लागू होने के बाद अभी तक प्रोडक्टिविटी या कस्टमर सर्विस के स्तर में गिरावट नहीं देखी गई है. हालांकि, इसमें एडजस्ट होने में अभी लोगों को समय लगेगा.' आइसलैंड में साल 2015 और 2019 के बीच हुई दो स्टडीज के मुताबिक, समान दर पर सप्ताह में चार दिन कार्य करने वाले प्रतिभागियों की प्रोडक्टिविटी में किसी तरह की गिरावट नहीं देखी गई है. बल्कि यह कर्मचारियों के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हुआ है.
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