
राजस्थान (Rajasthan) में कोरोना की दूसरी लहर के आने के बाद से ही सभी स्कूल बंद हैं. छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही हैं, लेकिन ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो मोबाइल नेटवर्क ना होने की वजह से ऑनलाइन क्लासेस अंटेंड नहीं कर पा रहे हैं. दरअसल, ऐसे बहुत से इलाके हैं जहां नेटवर्क नहीं रहता. जिसकी वजह से बच्चे क्लास अटेंड नहीं कर पाते हैं.
Rajasthan | Teachers in Barmer travel by camel to the homes of students in desert areas or which have limited access to mobile networks.
— ANI (@ANI) July 9, 2021
"I salute & thank this team of teachers. This should be continued further," says Roop Singh Jhakad, Principal, Govt Higher Sr School, Bhimthal pic.twitter.com/hLfg0dUnvI
बच्चों की इस परेशानी को समझते हुए बाड़मेर (Barmer) में कुछ टीचर्स ने एक अनोखा अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत शिक्षक ऊंटों पर सवार होकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे स्कूली छात्रों को पढ़ाने जाते हैं. गवर्नमेंट हायर सीनियर स्कूल भीमथल के प्रिंसिपल रूप सिंह जाखड़ और कुछ शिक्षक मिलकर इस अभियान को चला रहे हैं.
देखें Video:
#WATCH | Teachers in Barmer travel by camel to the homes of students in desert areas or who have limited access to mobile networks pic.twitter.com/afhccZlPuO
— ANI (@ANI) July 9, 2021
प्रिंसिपल रूप सिंह ने इस अभियान के लिए अपने स्कूले के टीचरों की तारीफ करते हुए कहा है कि “मैं शिक्षकों की इस टीम को सलाम और धन्यवाद देता हूं. इस अभियान को आगे भी जारी रखा जाएगा ऐसी कोशिश रहेगी हम सब की.”
शिक्षक केवल बच्चों को पढ़ा ही नहीं रहे बल्कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क और सैनेटाइजर सहित एक थैले में जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए कॉपी, किताबें,पेंसिल और पेन समेत अन्य शिक्षण सामग्री भी निशुल्क वितरित कर रहे हैं. प्रिसिंपल और शिक्षकों ने अपने स्तर पर दर्जनों विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं