नेपाल (Nepal) द्वारा अपने नये राजनीतिक नक्शे में लिपुलेख, लिम्पियाधुरा और कालापाली को अपने क्षेत्र में प्रदर्शित किये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने बुधवार को कहा कि इस तरह से क्षेत्र में कृत्रिम विस्तार के दावे को स्वीकार नहीं किया जायेगा. भारत ने इस तरह के अनुचित मानचित्रण से पड़ोसी देश को बचने को कहा. इस पर बॉलीवुड एक्ट्रेस मनीषा कोइराला ने रिएक्शन दिया है. मनीषा कोइराला ने नेपाल को सपोर्ट किया. मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) ने अपने देश की प्रतिष्ठा बचाए रखने की बात कही है. उनके जवाब में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) के पति स्वराज कौशल (Swaraj Kaushal) ने मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) के लिए एक के बाद एक 11 ट्वीट किए.
स्वराज कौशल ने पहले ट्वीट में लिखा, 'मेरी बेटी मनीषा कोइराला, मैं आपसे बहस नहीं कर सकता. मैंने आपको अपनी बेटी माना है. आपने हमें 1942- ए लव स्टोरी के प्रीमियर पर आमंत्रित किया था. तब मैं पूरी फिल्म नहीं देख पाया था. लेकिन सुषमा ने पूरी फिल्म देखी थी और मेरी बेटी बासुरी आपकी गोदी में थी.'
I can't argue with you my child @mkoirala. I have always treated you as my daughter. When you invited us for the premiere of 1942-a Love story, I did not stay for the film. Yes, @sushmaswaraj watched the film and you had Bansuri in your lap./1
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा, '27 साल पुरानी बात है, 1977 के बाद से आप साउथ एक्सटेंशन में रहती थीं और साकेत के एपीजे स्कूल में पढ़ाई करती थीं. आपके पिता प्रकाश कोइराला मेरे भाई समान हैं और आपकी मां सुषमा कोइराला मेरी भाभी और अच्छी दोस्त रही हैं. हमने साथ में कई मुश्किल हालात देखे हैं.'
That's just 27 years back. In 1977 and onwards, you were in South Extension attending APJ School in Saket. Your father Prakash Koirala is like my brother and your mother Sushma Koirala has been a sister in law and a friend. We have seen difficult situations together. /2
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने तीसरे ट्वीट में उनके दादा का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, 'जिस दिन आपके दादा बीपी कोइराला को एम्स में कैंसर के बारे में पता चला तो उस वक्त मैं उनके साथ ही था. मुझे अभी याद है कि उन्होंने मुझसे कहा था, ये कैंसर की आखिरी स्टेज है और मेरे पास जीने के लिए सिर्फ 5 या 6 महीने हैं. मैं उस वक्त काफी दुखी था, लेकिन उनके चेहरे पर निराशा को कोई भाव नहीं था.'
I was with your grandfather B.P.Koirala the day AIIMS diagnosed his cancer. I remember BP telling me "this is an advanced stage of cancer and I have just six months to live." I was upset. But there was no sign of despair on his face. /3
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने चौथे ट्वीट में लिखा, 'मैं आपके परिवार की गौरवशाली परंपराओं को जानता हूं. आपके दादा बीपी कोइराला और उनके दोनों भाई नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं. आपकी बुआ शैलजा आचार्य नेपाल की उप-प्रधानमंत्री थीं.'
I know the glorious traditions of your family. Your grandfather BP Koirala, his brother also named BP Koirala, and then youngest brother GP Koirala - all three brothers became Prime Ministers of Nepal. Your aunt and my friend Shailaja Acharya was Dy Prime Minister of Nepal. /4
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
पांचवें ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मुझे यह भी पता है कि आपके परिवार ने कितना संघर्ष किया. आपके दादा 18 साल से जेल में थे. उनका जीवन बख्श दिया गया क्योंकि नेपाल एक हिंदू राज्य होने के कारण ब्राह्मण को फांसी नहीं दी जाती है. आपकी बुआ शैलजा भी 8 साल तक जेल में थीं.'
I also know how much did your family struggle. Your grandfather BP was in jail for 18 years. His life was spared because Nepal being a Hindu state would not hang a Brahmin. At the age of 26, your aunt Shailaja (BP's sister's daughter) had suffered eight years in jail. /5
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
अगले ट्वीट में उन्होंने मनीषा कोइराला के पिता के बारे में बताया. उन्होंने लिखा, 'अब मैं आपके पिता प्रकाश कोइराला के बारे में बताना चाहता हूं. संघर्ष के वक्त वो नेपाली कांग्रेस के साथ थे. मुझे लगता है कि हम सब, जेपी, लोहिया, चंद्रशेखर जी, जॉर्ज फ़र्नांडीस ने भी साथ दिया. 1973 में मैं हफ्तों तक नेपाल में था.'
Now this is for Prakash Koirala. Who was with Nepali Congress in their struggle. I think all of us. JP, Lohia, Chandrashekharji, George Fernandes. Of them, Chandrashekharji did the most. In 1973, I was also in Nepal for many weeks and reached the inner bailey of the palace. /6
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
लोकतंत्र के लिए हम सब आपके साथ थे. भारत या भारतीय जैसा कुछ नहीं था, हमें सिर्फ इतना चाहिए था कि आपका राजा से समझौता हो जाए. हमें जब एक सांसद के तौर पर आपके विचारों का पता चला तो हम दुखी हुए. लेकिन फिर हमने सोचा कि वो नेपाली राजनीति के लिए अनिवार्य था.
We were with you in your struggle for democracy. There was nothing for India or Indians. Once you settled with the King, there was nothing that we wanted. When we learnt of your views as an MP, we were upset. But we thought these were compulsions of Nepali politics./7
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने आगे लिखा, 'भारतीयों को पता होना चाहिए कि दुनिया में एकमात्र हिंदू राज्य को समाप्त करने की साजिश थी. साजिश करने वालों ने माओवादियों के साथ मिलकर काम किया. उन्होंने प्रचंड और बाबू राम भट्टराई को बंधक बना लिया. उन्होंने एकमात्र हिंदू राज्य को नष्ट कर दिया. उनका मिशन पूरा हो गया था.'
Indians should know that there was a conspiracy to end the only Hindu state in the world. They collaborated with Maoists. They hosted Prachand and Babu Ram Battarai in safe houses here.They destroyed the only Hindu state. Their mission was complete. /8
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने लिखा, 'नतीजा यह हुआ कि कम्यूनिस्टों ने चीन को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू कर दिया या फिर यह कहें कि चीन ने कम्युनिस्टों को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. परिणाम यह है कि पारंपरिक रूप से भारत के साथ चीन की सीमा हिमालय तक थी. अब भारत के साथ चीन की सीमा बीरगंज में है.'
The result was that communists are using China against India. Or China is using communists against India. The result is that traditionally China's border with India was up to the Himalayas. Now China's border with India is at Birgunj. /9
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
उन्होंने आगे लिखा, 'भारत को नेपाल से शिकायत हो सकती हैं या नेपाल के भारत से गंभीर मुद्दे हो सकते हैं. वह भारत और नेपाल के बीच की बात है. आप चीन को बीच में कैसे ला सकती हैं? यह हमारे लिए बुरा है और यह नेपाल के लिए भी अच्छा नहीं है.'
India may have grievances with Nepal or Nepal may have serious issues with India. That's between India and Nepal. How do you bring in China ? That's bad for us. And that's not good for Nepal either. /10
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
'जब आप चीन को बीच में ला रही हैं तो दोनों देश के हज़ारों साल पुराने रिश्ते को खत्म कर रही हैं. आप हमारी पारस्परिक हिरासत को ख़त्म कर रही हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात, आप एक संप्रभु देश के रूप में भी अपनी स्थिति को कम कर रहे हैं.'
When you bring in China, you are destroying thousands of years old bonds with us. You are destroying our common heritage. Most importantly, you are reducing your own position as a sovereign country as well. /11
— governorswaraj (@governorswaraj) May 20, 2020
मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) ने नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप गयावली के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा था, 'हमारे छोटे से देश की प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए धन्यवाद. हम सभी तीन महान देशों के बीच शांतिपूर्ण और सम्मानजनक संवाद की राह तक रहे हैं.'
Thank you for keeping the dignity of our small nation..we all are looking forward for a peaceful and respectful dialogue between all three great nations now https://t.co/A60BZNjgyK
— Manisha Koirala (@mkoirala) May 18, 2020
बता दें कि भारत के साथ सीमा विवाद के बीच नेपाल के कैबिनेट (Nepal Cabinet)ने एक नया राजनीतिक नक्शा स्वीकार किया है जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाली क्षेत्र में दर्शाया गया है. नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सांसदों ने कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख (Lipulekh, Kalapani & Limpiyadhura) को नेपाल की सीमा में लौटाने की मांग करते हुए संसद में विशेष प्रस्ताव भी रखा था.
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