मेलबर्न:
महिलाओं और पुरुषों में आमतौर पर रिनोवायरस के कारण सर्दी-जुकाम की समस्या होती है और ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने इस वायरस से मुकाबला करने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण खोज का दावा किया है। प्रिंसेस अलेक्जेंड्रा अस्पताल में यूनिवर्सिर्टी ऑफ क्वींसलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक दल ने पता लगाया कि रिनोवायरस से मुकाबले के लिए युवतियों की प्रतिरक्षा प्रणाली युवकों की तुलना में अधिक मजबूत होती है। दल का नेतृत्व कर रहे प्रोफेसर जॉन उपहम ने कहा कि महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद ये अंतर दिखाई दिया। इससे लगता है कि ऐसा सेक्स हार्मोन्स के कारण हुआ होगा। उन्होंने कहा कि रिनोवायरस से मुकाबले के नए तरीके खोजने में ये नतीजे काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे। उन्होंने कहा, स्वस्थ लोगों में जहां ये वायरस थोड़ी बहुत परेशानी पैदा करते हैं, वहीं दमा या अन्य फेफेड़े संबंधी बीमारियों से घिरे लोगों को और बीमार कर सकते हैं। इस संक्रमण को रोकने के नए तरीके खोजने के हमारे प्रयासों में हमें हार्मोन्स के प्रभावों पर तथा उनके प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रोफेसर उपहम ने कहा कि दल इस बात पर शोध कर रहा है कि दमे से घिरे लोगों में प्रतिरक्षा प्रणाली किस तरह काम करती है या नहीं करती। वैज्ञानिकों का कहना है कि वे एक टीका विकसित करने की दीर्घकालिक योजना के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली पर हार्मोन्स के प्रभाव पर आगे और अध्ययन करेंगे।
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सेक्स हॉर्मोन, वायरस, सर्दी, जुकाम