US, Washington: वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने एक ऐसी अनोखी दवा विकसित की है, जिससे अल्कोहल पीने की मात्रा में कमी लाकर शराब की लत छुड़ाई जा सकती है और डिप्रेशन में भी कमी लाई जा सकती है. अध्ययन के मुताबिक, 2000 के दशक में शराब की लत में काफी बढ़ोतरी हुई. एक अध्ययन में हर आठ व्यक्ति में एक में शराब की लत पाई गई.
तो क्या भारत में ज्यादा शराब पीने लगे हैं लोग...
वैज्ञानिकों ने कहा कि अवसाद से दुनिया में 14 करोड़ लोग प्रभावित हैं और वे शराब के इस्तेमाल से पैदा हुए रोगों से जूझ रहे हैं. हालांकि, कुछ ही दवाओं को ऐसे रोगों के इलाज के लिए मंजूरी मिली है. इन दवाओं का उद्देश्य शराब पीने की इच्छा में कमी लाना है. लेकिन ये मनोवैज्ञानिक रोगों का इलाज नहीं करते हैं.
दुनिया में 20 में से एक मौत की वजह शराब, सामने आए चौंकाने वाली रिपोर्ट
अध्ययन में जी प्रोटीन युक्त ‘रिसेप्टर’ पर जोर दिया गया है. इसे डेल्टा ओपिऑयड रिसेप्टर भी कहा जाता है. यह ऐसी अनोखी दवा है, जिससे शराब पीने की इच्छा में कमी लाई जा सकती है. परड्यू यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर रिचर्ड वैन रिज्न ने कहा, ‘‘हम असर पैदा करने के लिए इस दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे ‘साइट इफेक्ट’ से भी बचा जा सकता है.’’
(इनपुट-भाषा)
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वैज्ञानिकों ने कहा कि अवसाद से दुनिया में 14 करोड़ लोग प्रभावित हैं और वे शराब के इस्तेमाल से पैदा हुए रोगों से जूझ रहे हैं. हालांकि, कुछ ही दवाओं को ऐसे रोगों के इलाज के लिए मंजूरी मिली है. इन दवाओं का उद्देश्य शराब पीने की इच्छा में कमी लाना है. लेकिन ये मनोवैज्ञानिक रोगों का इलाज नहीं करते हैं.
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(इनपुट-भाषा)
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