लंदन:
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस सदी के मध्य के आसपास तक पृथ्वी पर रहने वाले लोगों की संख्या स्थिर हो जाएगी।
स्पेन स्थित साइंटिफिक इन्फार्मेशन एंड न्यूज सर्विस (एसआईएनसी) ने बताया कि यह निष्कर्ष भौतिक विज्ञानियों द्वारा इस्तेमाल एक मॉडल से प्राप्त हुआ है। यह संयुक्त राष्ट्र के गिरावट के पूर्वानुमान से मेल खाता है।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्वानुमान के अनुसार 2100 में विश्व की जनसंख्या सर्वोच्च अनुमान के मुताबिक 15.8 अरब और निम्नतम अनुमान (न्यूनतम प्रजनन क्षमता) के अनुसार 6.2 अरब होगी जो कि वर्तमान के सात अरब के आंकड़े से भी नीचे है।
ऑटोनॉमस यूनीवर्सिटी ऑफ मैड्रिड (यूएएम) और सीईयू-सान पैबलो यूनीवर्सिटी (दोनों स्पेन की) निम्न अनुमान की पुष्टि करती प्रतीत होती हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1950 और 2100 के बीच मुहैया कराई गई जनसंख्या संभावना का इस्तेमाल पत्रिका ‘सिमुलेशन’ में प्रकाशित अध्ययन करने के लिए किया गया।
यूएएफ अनुसंधानकर्ता फेलिक्स एफ मुनोज ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा मॉडल है जो दो स्तरीय प्रणाली का विकास का वर्णन करता है जिसमें एक स्तर से दूसरे में गुजरने की संभावना है।’’
स्पेन स्थित साइंटिफिक इन्फार्मेशन एंड न्यूज सर्विस (एसआईएनसी) ने बताया कि यह निष्कर्ष भौतिक विज्ञानियों द्वारा इस्तेमाल एक मॉडल से प्राप्त हुआ है। यह संयुक्त राष्ट्र के गिरावट के पूर्वानुमान से मेल खाता है।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्वानुमान के अनुसार 2100 में विश्व की जनसंख्या सर्वोच्च अनुमान के मुताबिक 15.8 अरब और निम्नतम अनुमान (न्यूनतम प्रजनन क्षमता) के अनुसार 6.2 अरब होगी जो कि वर्तमान के सात अरब के आंकड़े से भी नीचे है।
ऑटोनॉमस यूनीवर्सिटी ऑफ मैड्रिड (यूएएम) और सीईयू-सान पैबलो यूनीवर्सिटी (दोनों स्पेन की) निम्न अनुमान की पुष्टि करती प्रतीत होती हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1950 और 2100 के बीच मुहैया कराई गई जनसंख्या संभावना का इस्तेमाल पत्रिका ‘सिमुलेशन’ में प्रकाशित अध्ययन करने के लिए किया गया।
यूएएफ अनुसंधानकर्ता फेलिक्स एफ मुनोज ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा मॉडल है जो दो स्तरीय प्रणाली का विकास का वर्णन करता है जिसमें एक स्तर से दूसरे में गुजरने की संभावना है।’’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं