
नमक की किल्लत की अफवाह के जोर पकड़ने के कारण भोजन पकाने की इस अनिवार्य वस्तु की कीमत देश के तीन राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल और मेघालय में अचानक आसमान पर पहुंच गई। अफवाह और जमाखोरी के सिलसिले में अभी तक कम से कम 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और अधिकारियों ने कमी की खबरों को निराधार करार दिया है।
पश्चिम बंगाल, बिहार में किल्लत को लेकर उड़ी अफवाह की वजह से कई हिस्सों में नमक 100 से 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिका। मेघायल में इसकी कीमत 300 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा पहुंची।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से सिलिगुड़ी, दार्जिलिंग और जलपाइगुड़ी में गुरुवार रात से ही लोग साधारण नमक खरीदने के लिए बाजारों की ओर दौड़ पड़े। दुकानदारों ने मौके का फायदा उठाते हुए आम तौर पर 10 से 15 रुपये प्रति किलो बिकने वाले नमक के लिए 100 से 150 रुपये वसूले।
उत्तरी बंगाल विकास मंत्री गौतम देब ने किल्लत की अफवाह को बेबुनियाद करार दिया और कहा है कि राज्य सरकार ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है।
देब ने कहा, "कुछ इलाकों में जानबूझ कर अफवाह फैलाई गई, जिसके कारण वहां नमक की कीमत तेजी से बढ़ी। लेकिन हम साफ कर देना चाहते हैं कि राज्य में नमक का विशाल भंडार मौजूद है।" राज्य के कृषि विपणन मंत्री अरुप राय ने भी कहा है कि नमक की कोई कमी नहीं है।
पड़ोसी राज्य बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी से नमक की किल्लत की फैली अफवाह धीरे-धीरे राज्य के अन्य इलाकों में फैलती चली गई और लोग नमक खरीदने के लिए दुकानों पर टूट पड़े।
नमक की मांग तेज होने के कारण दुकानदारों ने भी इसका जम कर फायदा उठाया और नमक की कीमत 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई।
सरकार ने हालांकि, इसके बाद कालाबाजारियों के खिलाफ छापेमारी प्रारंभ कर दी और 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बिहार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्याम रजक ने कहा, "हमने जिला अधिकारियों से अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दाम पर नमक बेचने वाले व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है।" कमी की खबरों को बेबुनियाद बताते हुए रजक ने कहा कि नमक की किल्लत की खबर निराधार है।
बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव शिशिर सिन्हा ने कहा कि नमक की जमाखोरी करने और अफवाह फैलाने के आरोप में अब तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मेघालय में नमक की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि की अफवाहों से दहशतजदा लोग शुक्रवार को किराने की दुकानों की ओर दौड़ पड़े। दहशत का आलम यह रहा कि लोगों ने 300 रुपये प्रति किलो की कीमत पर भी नमक खरीद लिया। राज्य सरकार ने हालांकि ऐसी अफवाहों को खारिज किया और अफवाहें फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। यही नहीं सरकार ने बाजार में प्रचुर मात्रा में नमक की उपलब्धता होने की घोषणा की है।
गुजरात से नमक की आपूर्ति कम होने की वजह से इसकी कीमत बढ़ने की अफवाहें हैं। अफवाहों के बाद मेघालय की राजधानी में लोग बाजारों में नमक खरीदने के लिए कतार में खड़े देखे गए।
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