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नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) टोक्यो खेलों में भारत के सबसे बड़े स्टार थे, जिन्होंने एथलेटिक्स में देश का पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता. लेकिन एक बात जो ओलंपिक में उनके बारे में आश्चर्यजनक रूप से अलग थी, वह यह थी कि इस दौरान उनके लंबे बाल गायब थे. नीरज, जिन्हें सोमवार को भारत लौटने पर सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था, उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने ओलंपिक के लिए अपना लुक चेंज क्यों किया. उन्होंने नई दिल्ली में सम्मान समारोह में कहा, "मैं 9-10 साल की उम्र से लंबे बाल रखता हूं, लेकिन बाद में इसने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया."
नीरज ने बताया, "कुछ प्रतियोगिताओं में, इससे मुझे पसीना आ रहा था और यह मेरी आंखों पर गिर रहा था. मैंने हेयर बैंड का भी इस्तेमाल किया, लेकिन यह फिर भी गिर रहे थे. तो मैंने सोचा कि यह ओलंपिक है, स्टाइल बाद में हो जाएगा, खेल पहले है."
नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक फाइनल में 87.58 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके टोक्यो में स्वर्ण पदक हासिल किया. यह उनके छह थ्रो में से दूसरा था और भाला गिरने से पहले ही वह जश्न मना रहे थे. उन्होंने कहा, "हां, शरीर से किए गए प्रयास से मुझे पता था कि ये थ्रो कुछ खास है. मुझे लगा कि यह मेरा व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो है, लेकिन यह उससे थोड़ा कम था."
उन्होंने कहा, "आप इसे अपने शरीर में महसूस करते हैं और अगले दिन मैंने अपने कूल्हों, मेरे कंधे, मेरी कोहनी पर दर्द महसूस किया, लेकिन जब आप पदक जीत रहे होते हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा, मैंने सोचा लिया था कि भले ही इससे चोट लगी हो, मैं बाद में इससे निपट लूंगा."