मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने गई पुलिस व प्रशासन पर हमला करने के साथ ही बुजुर्ग दलित महिला ने जलती हुई आग में कूदकर आत्मदाह का प्रयास किया. इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटा रही जेसीबी को आग के हवाले कर दिया. वहीं महिला तहसीलदार के साथ बदसलूकी करते हुये उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया.
जली हुई दलित महिला को अम्बाह पोरसा मार्ग पर लिटाकर ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया. पुलिस व प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को दी गई समझाइश तथा पीड़िता को सहायता दिये जाने का आश्वासन देने के बाद ही मामला शांत हो सका. हालांकि पीड़ित परिवार ने घटनाक्रम के लिये मंदिर के संत तथा तहसीलदार व पुलिस को आरोपित किया है.
झूला झूलते-झूलते अचानक गिरी महिला, चीख पड़े लोग... देखें दिल दहला देने वाला VIDEO
मुरैना जिले के पोरसा तहसील क्षेत्रान्तर्गत प्रसिद्ध संत नागाजी महाराज के मंदिर की कृषि भूमि पर एक दलित परिवार ने अतिक्रमण कर लिया था. दो दिवस पूर्व दी गई सूचना पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के समय उक्त परिवार ने मोहलत दिये जाने पर अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया था. आज पोरसा तहसीलदार श्रीमती भूमिका सक्सेना पुलिस बल लेकर मंदिर के साधू संत के साथ पचपेड़ा के पास गणपति का पुरा पर पहुंची. वहां अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जैसे ही शुरू की गई वैसे ही भूसा के कूप में किसी ने आग लगा दी.
महिला ने बॉस के मैसेज का दिया ऐसा जवाब, अगले ही दिन हाथ में थमा दिया इस्तीफा
देखें शॉकिंग वीडियो:
अतिक्रमण की वजह से आशियाना ढहा, तो बुजुर्ग दलित महिला उसी आग में कूद गई @OfficeOfKNath @ChouhanShivraj @drhiteshbajpai @BJP4India @BJP4MP @INCIndia @INC4MP @TCGEHLOT @ndtvindia @shailendranrb @ajaiksaran #AmitShah #ModiSarkar2 #kamalnath pic.twitter.com/eSfGkdPrda
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 20, 2019
इसी दौरान दलित परिवार की बुजुर्ग महिला राजाबेटी सखबार आग में कूंद गई. आक्रोशित ग्रामीणों ने जली हुई अवस्था में महिला को अम्बाह-पोरसा मार्ग पर रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया. वहीं अतिक्रमण हटा रही जेसीबी में आग लगाने के बाद तहसीलदार के वाहन में तोडफोड़ कर दी. तहसीलदार के साथ भी ग्रामीणों ने जमकर बदसलूकी की. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के साथ सुरक्षा प्रदान की.
पाकिस्तान के सबसे भारी इंसान को अस्पताल ले जाने में छूटे पसीने, बुलानी पड़ी मिलिट्री
मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने पर हुये घटनाक्रम का दोषी पीडि़त परिवार मंदिर प्रबंधन के साथ प्रशासन व पुलिस को बता रहा है. अतिक्रमण हटाने के विषय में न तो कोई सूचना दी गई और न ही कोई विधिवत नोटिस दिया गया. आज अतिक्रमण हटाने के दौरान जो विवाद हुआ वह सूचना का अभाव भी बताया जा रहा है. अतिक्रमण हटाने के मामले में हुये विवाद की जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास तथा पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन अधिकारियों का दल लेकर घटना स्थल पर पहुंच गये. मार्ग अवरुद्ध करने वाले ग्रामीणों को समझाइश दिये जाने के साथ-साथ पीडि़ता को 50 हजार रूपये तक की आर्थिक सहायता योजना के तहत प्रदाय किये जाने का आश्वासन दिया इसके बाद ही चक्काजाम खुल गया. जली हुई अवस्था में महिला को जिला चिकित्सालय मुरैना में इलाज के लिये लाया गया है.
(मुरैना से उपेन्द्र गौतम के इनपुट के साथ)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं