नहीं मिला गांजा, तो चाकू निगल गया शख्स, X-Ray रिपोर्ट देख डॉक्टरों के उड़े होश, ऐसे निकाला बाहर

एम्स (AIIMS) के चिकित्सकों ने एक अनोखी सर्जरी को अंजाम दिया. एक युवक ने 20 सेंटीमीटर लंबा सब्जी काटने वाला चाकू निगल लिया था. डेढ महीने तक किसी को इसका पता तक नहीं लगा. जबकि चाकू लिवर में पूरा घंस गया था.

नहीं मिला गांजा, तो चाकू निगल गया शख्स, X-Ray रिपोर्ट देख डॉक्टरों के उड़े होश, ऐसे निकाला बाहर

नहीं मिला गांजा, तो चाकू निगल गया शख्स, X-Ray रिपोर्ट देख डॉक्टरों के उड़े होश

एम्स (AIIMS) के चिकित्सकों ने एक अनोखी सर्जरी को अंजाम दिया. एक युवक ने 20 सेंटीमीटर लंबा सब्जी काटने वाला चाकू निगल लिया था. डेढ महीने तक किसी को इसका पता तक नहीं लगा. जबकि चाकू लिवर में पूरा घंस गया था, वहां से आपरेशन कर चाकू निकालना बड़ी चुनौती का काम था. संक्रमण भी बुरी तरह फैला हुआ था. 

एम्स के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के सर्जन डॉक्टर एनआर दास की अगुवाई में युवक की 3 घंटे सर्जरी कर चाकू निकाल लिया गया है. डॉक्टर दास व उनकी टीम ने बताया कि चाकू लिवर से निकालने की चुनौती सबसे बड़ी थी, क्योंकि चाकू पूरा इसमें धंसा था जहां लिवर के अंदर व बाहर खून ले जाने वाली मुख्य नसें थी. साथ ही लिवर से पित्त ले जाने वाली नली भी थी. इनमें से किसी को भी क्षति पहुंच सकती थी. जिसमें बहुत ज्यादा खून बह जाने व मरीज की जान जाने का डर था. इस लिए हम आंत की दीवार से चीरा लगा कर लिवर में गए वहां से चाकू को बहुत ही आराम से बाहर निकाला.

नहीं मिला गांजा, तो चाकू निगल गया शख्स  
हरियाणा से आये करीब 28 साल के युवक को गांजे की लत थी,जब उसे नशा नहीं मिला तो उसने चाकू निगल लिया चाकू, इस बीच पेट दर्द व भूख न लगने की शिकायत होने पर जब डाक्टर को दिखाया गया तब यह मामला सामने आया, इलाज कर रहे सर्जन डा एनआर दास ने बताया कि एम्स में 12 जुलाई को यह मरीज सफदरजंग अस्पताल से रेफर हो कर आया थाय पेट के एक्सरे में पेट में इतना बड़ा चाकू देख डाक्टर चौंक गए. तब काफी पूछने पर मरीज ने इसकी जानकारी दी.

इसके लिए रेडियोलाजिस्ट, मनोचिकित्सकों व गैस्ट्रोलाजिस्ट की मदद ली गई. मरीज के लिवर व फेफड़े में अल्टासाउंड की मदद से रेडियोलाजिस्ट ने नली डाल कर पहले मवाद निकाला. ताकि शरीर में संक्रमण के स्तर को कम किया जा सके. मनोचिकित्सकों ने दवा व लगातार काउंसलिंग के जरिए मरीज में भरोसा पैदा किया कि वह ठीक हो सकता है हिम्मत रखे. खून चढ़ाया व खानपान व खून में सीधे पोषण देकर शरीर को थोड़ा ताकतवर बनाया गया ताकि वह सर्जरी झेल सके. इसके करीब हफ्ते भर बाद यानी 19 जुलाई को डाक्टरों की टीम ने सर्जरी की. तीन घंटे चली सर्जरी में चाकू को न केवल सुरक्षित निकाल लिया गया बल्कि मरीज अब जोखिम से बाहर है. 

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डाक्टरों का दावा है कि कुल तीन चार मामले अब तक ऐसे मरीजों के आए हैं जिनमें मरीजों ने सुई या आलपीन या मछली के कांटे जैसी नुकीली वस्तुएं निगलीं थी. लेकिन धारदार चाकू निगल जाने का यह अनूठा मामला है.