लिली सिंह उर्फ सुपरवुमेन की पहली किताब बाजार में आई है
टोरंटो:
दुनिया के किसी भी कोने में बैठे भारतीय के लिए ट्विटर पर सुषमा स्वराज का सहारा है. विदेशमंत्री स्वराज जिस तरह वीज़ा-पासपोर्ट से जुड़ी तकलीफों को ट्विटर पर निदान करती चलती हैं, वह काबिले-तारीफ है. यही वजह है कि लोकप्रिय यूट्यूबर लिली सिंह उर्फ सुपरवुमेन ने भी स्वराज के दरबार में अपील की है. कनाडा निवासी लिली सिंह ने ट्विटर का सहारा लेकर सुषमा स्वराज तक यह बताई पहुंचाई की उन्हें इस महीने के आखिर में एक कार्यक्रम के लिए भारत आना है. लेकिन टोरंटो में भारतीय दूतावास में वीज़ा के लिए उन्हें जो परेशानी झेलनी पड़ी उसने उन्हें बेहद निराश किया है.
बताते चलें कि लिली सिंह उर्फ सुपरवुमेन एक लोकप्रिय यूट्यूबर हैं और वह यूट्यूब इस्तेमाल करने वाले भारतीय युवाओं और बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. उनके एक प्रशंसक ने लिली का वह वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें वह टोरटों स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारियों पर 'रुखे और गैर पेशेवर' रेवैये का आरोप लगा रही हैं. उन्होंने यह भी दावा किया है कि वह जितनी बार वीज़ा के लिए भारतीय दफ्तर आती हैं उनसे फीस के नाम पर अलग अलग रकम मांगी जाती है.
लिली ने सुषमा स्वराज को ट्वीट करते हुए लिखा कि - 'आपका ध्यान दिलाना चाहती हूं कि टोरंटो का दूतावास बेहद गैर पेशेवर और दिक्कतों से भरा हुआ है.' उन्होंने एक ट्वीट में पीएम मोदी को भी टैग करते हुए लिखा कि यह कॉन्स्यूलेट एक वीज़ा हासिल करने के काम को सबसे मुश्किल बना देता है. लिली ने आरोप लगाया कि एक महिला कर्मचारी ने वादा किया कि उन्हें एक साल का वीज़ा मिल जाएगा, उन्होंने लिली के साथ तस्वीर भी खिंचवाई लेकिन जब वीज़ा उनके हाथ में आया तो वह सिर्फ तीन महीने का था.
लिली के कई प्रशंसकों ने भी सुषमा स्वराज का ध्यान अपनी इस सुपरवुमेन की तकलीफ की ओर दिलाया. विदेशमंत्री ने शनिवार को एक ट्वीट में लिली को जवाब देते हुए लिखा कि विकास स्वरूप, कनाडा में भारतीय दूतावास आयुक्त हैं जिनसे वह संपर्क कर सकती हैं.
बताते चलें कि लिली सिंह उर्फ सुपरवुमेन एक लोकप्रिय यूट्यूबर हैं और वह यूट्यूब इस्तेमाल करने वाले भारतीय युवाओं और बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. उनके एक प्रशंसक ने लिली का वह वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें वह टोरटों स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारियों पर 'रुखे और गैर पेशेवर' रेवैये का आरोप लगा रही हैं. उन्होंने यह भी दावा किया है कि वह जितनी बार वीज़ा के लिए भारतीय दफ्तर आती हैं उनसे फीस के नाम पर अलग अलग रकम मांगी जाती है.
लिली ने सुषमा स्वराज को ट्वीट करते हुए लिखा कि - 'आपका ध्यान दिलाना चाहती हूं कि टोरंटो का दूतावास बेहद गैर पेशेवर और दिक्कतों से भरा हुआ है.' उन्होंने एक ट्वीट में पीएम मोदी को भी टैग करते हुए लिखा कि यह कॉन्स्यूलेट एक वीज़ा हासिल करने के काम को सबसे मुश्किल बना देता है. लिली ने आरोप लगाया कि एक महिला कर्मचारी ने वादा किया कि उन्हें एक साल का वीज़ा मिल जाएगा, उन्होंने लिली के साथ तस्वीर भी खिंचवाई लेकिन जब वीज़ा उनके हाथ में आया तो वह सिर्फ तीन महीने का था.
लिली के कई प्रशंसकों ने भी सुषमा स्वराज का ध्यान अपनी इस सुपरवुमेन की तकलीफ की ओर दिलाया. विदेशमंत्री ने शनिवार को एक ट्वीट में लिली को जवाब देते हुए लिखा कि विकास स्वरूप, कनाडा में भारतीय दूतावास आयुक्त हैं जिनसे वह संपर्क कर सकती हैं.
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