अमेरिकी सेना की वापसी के बाद सिर्फ 10 दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया. काबुल एयरपोर्ट की तस्वीरें भयावह हैं. लोग विमान में चढ़ने के लिए जान की बाजी लगा रहे हैं. वे बस देश से बाहर निकल जाना चाहते हैं. देश छोड़कर निकलने वाले लोग खुद को तालिबान के साथ सुरक्षित नहीं पा रहे. महिलाओं और बच्चियों के बारे में सोचकर समूचा विश्व डर रहा है. अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी के फैसले के साथ खड़ा है. वहीं चीन और पाकिस्तान तालिबान के समर्थन में दिखे हैं. पूरी दुनिया की नजर इस समय अफगानिस्तान के हालातों पर टिक गई है. इन सबके बीच कुछ तस्वीरें सामने आ रही हैं जो आपको सोचने को मजबूर कर देंगी.
काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन पर तालिबानी आतंकियों ने कब्जा कर लिया है. जहां काबुल की सड़कों पर लोगों में अफरातफरी का माहौल है. वहीं तालिबानी शाही राष्ट्रपति भवन में खा-पीकर खुशी मनाते और आराम फरमाते दिखे. कुछ तालिबानी राष्ट्रपति भवन के जिम में पहुंच गए और उन पर अपना टैलेंट दिखाते नजर आए. हालांकि एनडीटीवी किसी भी वीडियो की पुष्टि नहीं करता. ये सभी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
Party Meeting in President House #Kabul #Taliban #Talibans pic.twitter.com/J8qCM59iFa
— its.raizzzi.33 (@GulraizKNiazi) August 15, 2021
The Presidential Palace, including its gymnasium, in #Kabul has new tenants. #Afghanistanpic.twitter.com/vl50ojoRQD
— Steve Hanke (@steve_hanke) August 17, 2021
इसके साथ ही हेरात की तस्वीरें भी वायरल हो रही है, जिसमें वह बच्चों की खिलौना गाड़ी को चला रहे हैं. हमेशा बंदूकों के साथ दिखने वाले तालिबानी लड़ाके इन गाड़ियों को चलाकर काफी खुश दिख रहे हैं.
The #Taliban is taking victory laps in #Kabul. #Afganistan #KabulHasFallen pic.twitter.com/uTpm0jakAM
— Steve Hanke (@steve_hanke) August 17, 2021
एक वीडियो में तो एक तालिबानी लड़ाका जमकर अपनी भाषा में गाना गाते हुए डांस कर खुशी मना रहा है.
New style governance. #Taliban can only do this with a system, nothing else can be expected. Situation in all the fallen offices are same. Some parts of #Afghanistan experience a quick reverse after the all efforts made during past 20 years. #EndProxyWarInAfghanistan #AFG pic.twitter.com/VpqunP8JaO
— Kabir Haqmal (@Haqmal) August 11, 2021
वहीं अफगानिस्तान के हालत पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वह अमेरिकी सेनाओं की वापसी के फैसले के साथ हैं. 20 साल तक अमेरिका ने अफगानिस्तान में काम किया, तीन लाख अफगान सेना तैयार की. मगर भ्रष्टाचार की समस्या ने अफगानिस्तान को और कमजोर किया. सेना ने बिना लड़े ही हार मान ली. राष्ट्रपति गनी भी बिना लड़े ही भाग गए. हालांकि महिलाओं के लिए आवाज उठाने की बात उन्होंने अपने भाषण में कही.
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