खेलने दें बच्चों को ताकि हों मैथ्स में तेज

खेलने दें बच्चों को ताकि हों मैथ्स में तेज

खेलने दें बच्चों को ताकि हों मैथ्स में तेज

न्यू यॉर्क:

अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे गणित के धनी हों तो उन्हें खेलने का समय जरूर दें। शोधकर्ताओं ने जाना है कि फिटनेस से मस्तिष्क संरचना का विकास होता है जो गणित पर स्किल्स को बढ़ाता है और इससे जुड़ी हुई अचीवमेंट्स में योगदान देता है।  

शोध दर्शाता है कि जो बच्चे एरोबिकली फिट हैं, उनके मस्तिष्क में कोशिकाओं की सबसे बाहरी परत सेरेब्रम (ग्रे मेटर) बहुत ही पतली होती है जो गणित के बेहतर प्रदर्शन का एक मुख्य कारक होती है।

अमेरिका में इलिनॉय यूनिवर्सिटी में प्रमुख शोधकर्ता लौरा चैड्डोक-हेमैन ने कहा, 'ग्रे मैटर का पतला होना पूर्ण रूप से गठित स्वस्थ्य मस्तिष्क का रूप है। इसका मतलब है कि मस्तिष्क अनावश्यक संपर्को को समाप्त कर आवश्यक संपर्को को मजबूत करता है।'

शोधकर्ताओं ने 9 और 10 साल के 48 बच्चों पर अध्ययन किया। इन सभी बच्चों का ट्रेडमिल पर फिटनेस परीक्षण हुआ। इन सभी में आधे बच्चे एरोबिक फिटनेस के लिए 70 प्रतिशत तक फिट थे और आधे बच्चे 30 प्रतिशत तक फिट थे।

शोधकर्ताओं ने एमआरआई का उपयोग कर बच्चों के गणित, पढ़ने और वर्तनी के कौशल का परीक्षण कर उनके मस्तिष्तक  को जांचा। एरोबिक फिटनेस के लिए 70 प्रतिशत तक फिट बच्चों में ग्रे मेटर अधिक पतली होने से बेहतर गणित प्रदर्शन के अनुरूप था।

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यह अध्ययन 'प्लोस वन' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।