मेलबर्न:
ऑस्ट्रेलियाई अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि कुछ किस्मों के आम मोटापा घटाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ऐसा तब ही हो सकता है जब आम तौर पर फेंक दिए जाने वाले इनके छिलके को खाया जाए।
अनुसंधानकर्ताओं ने आगाह किया है कि आम की कुछ प्रजातियों के छिलके खाने से उल्टा असर पड़ सकता है तथा मोटापा कम होने की बजाय बढ़ भी सकता है।
क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पाया है कि आम की किस्म..‘इरविन’ और ‘नैम डॉक माई’ के छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं।
एएपी की रिपोर्ट के अनुसार ‘केनसिंगटन प्राइड’ जैसी किस्मों के आम खाने का उल्टा असर हो सकता है क्योंकि इनके छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देते हैं।
अनुसंधानकर्ता माइक गिडली ने कहा कि प्रयोगशाला में तीन किस्मों के आम के छिलकों और गूदे का परीक्षण किया गया जिसके बाद यह निष्कर्ष सामने आया है।
अनुसंधानकर्ताओं ने आगाह किया है कि आम की कुछ प्रजातियों के छिलके खाने से उल्टा असर पड़ सकता है तथा मोटापा कम होने की बजाय बढ़ भी सकता है।
क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पाया है कि आम की किस्म..‘इरविन’ और ‘नैम डॉक माई’ के छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं।
एएपी की रिपोर्ट के अनुसार ‘केनसिंगटन प्राइड’ जैसी किस्मों के आम खाने का उल्टा असर हो सकता है क्योंकि इनके छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देते हैं।
अनुसंधानकर्ता माइक गिडली ने कहा कि प्रयोगशाला में तीन किस्मों के आम के छिलकों और गूदे का परीक्षण किया गया जिसके बाद यह निष्कर्ष सामने आया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं