देहरादून:
जोशीमठ में फंसे क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आईटीबीपी के कर्मचारियों के साथ मिलकर परामर्शदाता की भूमिका निभाई और भीषण बारिश और बाढ़ के कारण फंसे कई तीर्थयात्रियों से मिले।
पिछले तीन दिन से हरभजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जोशीमठ स्थित शिवर में रह रहे हैं। वह हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं पहुंच सके।
यह क्रिकेटर आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बल के बैरक और परिसर में गया, जहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को खाना और दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हरभजन ने यहां लोगों से बात की।
आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया।
आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है।
पिछले तीन दिन से हरभजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जोशीमठ स्थित शिवर में रह रहे हैं। वह हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं पहुंच सके।
यह क्रिकेटर आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बल के बैरक और परिसर में गया, जहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को खाना और दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हरभजन ने यहां लोगों से बात की।
आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया।
आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है।
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