कोलकाता:
पश्चिम बंगाल की ट्रांसजेंडर श्री घटक ने संजय मुहूरी को अंगुठी पहनाकर दुनिया को संदेश दे दिया है कि प्यार सबके लिए समान होता है. 30 वर्षीय ट्रांसजेंडर महिला श्री घटक ने पिछले साल कोलकाता में पारंपरिक बंगाली रीति-रिवाज से संजय से शादी रचाई थी, जिसे अब कानूनी मान्यता मिल गई है. यह देश का पहला मामला है. इस शादी से पहले दोनों के बीच लंबे समय तक अफेयर चला था. श्री घटक जन्म से लड़का हैं, लेकिन उन्होंने संजय से शादी करने के लिए सर्जरी करवाकर लड़की बनी हैं. इस शादी को कानूनी मान्यता मिलने की बात न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय है. सोशल मीडिया पर भी इसपर बात हो रही है.
स्कूल में ही एक दूसरे को चाहने लगे थे घटक और संजय
श्री घटक ने बताया कि जब आठवीं क्लास में पढ़ती थीं, तभी स्कूल में उनकी मुलाकात संजय से हुई. शुरुआत में दोनों दोस्त थे, लेकिन कुछ साल बाद एक-दूसरे को पसंद करने लगे. जब दोनों के बीच प्यार हो गया तो उन्होंने इस रिश्ते को शादी का रूप देने का फैसला किया. उस वक्त दोनों लड़के थे, इसलिए शादी में अड़चन आ रही थी.
काफी सोच विचार के बाद श्री घटक ने साल 2015 में सर्जरी करवाई और अपना सेक्स चेंज करवा लिया. इसके बाद साल 2016 में दोनों ने शादी रचा ली.
पुराने अनुभवों को याद करते हुए श्री घटक कहती हैं, 'मुझे संजय से ठीक उसी तरह प्यार हुआ जैसे किसी लड़की को किसी लड़के से होता है. प्यार शारीरिक बनावट देखकर नहीं दिलों के बीच होता है.'
वो कहती हैं कि शुरुआत में जब उन्होंने संजय के साथ प्यार की बात घरवालों को बताई तो वे काफी नाराज हो गए. उनकी पिटाई भी हुई. यही हालात संजय के घर में भी थे. इसके बाद भी दोनों ने कभी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा. श्री घटक ने कहा कि केवल उनकी मां हमेशा उनके साथ रहीं.
संजय कहते हैं कि समाज की उपेक्षा के चलते हम कई बार इस रिश्ते को लेकर कन्फ्यूज भी हुए, लेकिन हमारे प्यारे में कभी भी कमी नहीं आई. इसी का नतीजा है कि हमने इस रिश्ते को शादी तक पहुंचाने में कामयाब हुए.
स्कूल में ही एक दूसरे को चाहने लगे थे घटक और संजय
श्री घटक ने बताया कि जब आठवीं क्लास में पढ़ती थीं, तभी स्कूल में उनकी मुलाकात संजय से हुई. शुरुआत में दोनों दोस्त थे, लेकिन कुछ साल बाद एक-दूसरे को पसंद करने लगे. जब दोनों के बीच प्यार हो गया तो उन्होंने इस रिश्ते को शादी का रूप देने का फैसला किया. उस वक्त दोनों लड़के थे, इसलिए शादी में अड़चन आ रही थी.
काफी सोच विचार के बाद श्री घटक ने साल 2015 में सर्जरी करवाई और अपना सेक्स चेंज करवा लिया. इसके बाद साल 2016 में दोनों ने शादी रचा ली.
पुराने अनुभवों को याद करते हुए श्री घटक कहती हैं, 'मुझे संजय से ठीक उसी तरह प्यार हुआ जैसे किसी लड़की को किसी लड़के से होता है. प्यार शारीरिक बनावट देखकर नहीं दिलों के बीच होता है.'
वो कहती हैं कि शुरुआत में जब उन्होंने संजय के साथ प्यार की बात घरवालों को बताई तो वे काफी नाराज हो गए. उनकी पिटाई भी हुई. यही हालात संजय के घर में भी थे. इसके बाद भी दोनों ने कभी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा. श्री घटक ने कहा कि केवल उनकी मां हमेशा उनके साथ रहीं.
संजय कहते हैं कि समाज की उपेक्षा के चलते हम कई बार इस रिश्ते को लेकर कन्फ्यूज भी हुए, लेकिन हमारे प्यारे में कभी भी कमी नहीं आई. इसी का नतीजा है कि हमने इस रिश्ते को शादी तक पहुंचाने में कामयाब हुए.
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